पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार फिर इशारों ही इशारों में देश की ताकतवर फौज पर निशाना साधा। नवाज ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की। इस दौरान कहा कि देश की संसद और सरकार को कोई तीसरी ताकत चला रही है। नवाज का इशारा साफ तौर पर फौज की तरफ था। कुछ दिन पहले उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा था कि वे आर्मी अफसरों से कोई मुलाकात न करें।
नवाज ने एक और खुलासा किया। कहा- 2014 में आईएसआई चीफ रहे लेफ्टिनेंट जनरल जहिर उल इस्लाम ने उनसे इस्तीफा देने को कहा था। नवाज के मुताबिक, उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया था।
नवाज के निशाने पर आर्मी
नवाज जानते हैं कि इमरान खान सरकार को सेना का समर्थन है और इसीलिए वो अब तक टिकी हुई है। इसलिए, बुधवार को जब इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने जब नवाज को लंदन से पाकिस्तान लौटने और कोर्ट के सामने पेश होने के लिए समन जारी किए तो उन्होंने इसका जवाब न देकर फौज पर निशाना साधा। कहा- लोगों ने मुझे बताया है कि हमारी संसद को कोई और ताकत चला रही है। वो ही आकर सरकार को ये बताते हैं कि संसद के एजेंडे में क्या रहेगा और कौन से बिल पास होंगे। हम अपने ही देश में गुलाम बन गए हैं।
मरियम ने भी यही कहा था
पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने पिछले दिनों गिलगित-बाल्टिस्तान को अलग राज्य बनाने के प्रस्ताव पर बातचीत के लिए विपक्षी नेताओं को बुलाया था। इस मीटिंग के बाद नवाज की बेटी और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा था- सियासत से जुड़े मामले या कानूनी मसले तो संसद में ही तय होने चाहिए। आर्मी हेडक्वॉर्टर में इन पर बातचीत क्यों की जाती है।
इस्तीफे का दबाव था
नवाज ने एक इंटरव्यू में बड़ा खुलासा भी किया है। नवाज ने कहा- 2014 में सरकार के खिलाफ कुछ विरोध प्रदर्शन हुए थे। तब आईएसआई चीफ जहीर उल इस्लाम ने मेरे पास आधी रात को एक मैसेज भेजा। इसमें मुझसे इस्तीफा देने को कहा गया था। मुझे धमकी दी गई थी कि अगर मैंने इस्तीफा नहीं दिया तो गंभीर नतीजे होंगे और देश में मार्शल लॉ भी लगाया जा सकता है।
शरीफ के मुताबिक- मैंने भी उसी भाषा में जवाब दिया था। मैंने कहा था- आपको जो करना है, कर लो। मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। इस्लाम 2012 से 2014 तक आईएसआई के चीफ रहे थे।
अगर आपके पास भी हिक्टकोन (Hictkon) कंपनी का स्मार्ट प्लग है, तब उसका इस्तेमाल तुरंत बंद कर दीजिए। कंज्यूमर वॉचडॉग ने एक जांच में बताया कि इस प्लग में आग लगने का खतरा है। अमेजन ने भी इस प्लग को अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। ये प्लग डुअल यूएसबी पोर्ट के साथ आता है।
इस स्मार्ट प्लग का लाइव कनेक्शन एनर्जी मॉनिटरिंग चिप के काफी करीब है। जिसकी वजह से दो इलेक्ट्रोड के बीच इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज होने का खतरा बन जाता है। इससे पुराने वायर वाले घरों में आग लगने का खतरा बन जाता है।
नकली सेफ्टी मार्क का इस्तेमाल हो रहा
प्लग की जुड़े जांचकर्ता ने कहा कि इस प्रोडक्ट का सीई मार्क सामान्य रूप से कठोर यूरोपीय सुरक्षा मानकों के साथ जुड़े थे, जो मिस लीडिंग था। कुछ चीनी कंपनियां 'चीन निर्यात' को नामित करने के लिए एक समान सीई मार्क का उपयोग करती हैं। दूसरे लोग नकली सेफ्टी मार्क लगा देते हैं, क्योंकि इसे चेक करने के लिए कोई डेटाबेस नहीं है। क्लेवर कम्प्लायंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैक्स स्ट्रालिन ने कहा, "जब तक कंपनियां ऐसा नहीं करतीं, तब तक वे दूर नहीं हो जाते।" इसी तरह की मामला 2015 में भी सामने आया था।
चीन में तैयार हो रहे ऐसे प्रोडक्ट
अमेजन ने कहा कि खरीद के बारे में चिंतित ग्राहकों को ग्राहक सेवा टीम से संपर्क करना चाहिए। हम प्रोडक्ट सेफ्टी कन्सर्न के लिए हमारे स्टोर में बेचे जाने वाले उत्पादों की निगरानी करते हैं। प्रोडक्ट को स्टोर से हटाने से पहले सेलर, मैन्युफैक्चर और सरकारी एजेंसी से बात की जाती है।
कम्प्यूटिंग एडिटर केट बेवन ने कहा, "अननॉन ब्रांड्स के बहुत सारे खतरनाक प्रोडक्ट को ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर बेचा जा रहा है। कई मामलों में ऐसे प्रोडक्ट चीन की इलेक्ट्रॉनिक्स राजधानी शेनजेन से तैयार होते हैं, जिनकी जवाबदेही नहीं होती और ऐसी कंपनी से संपर्क करना लगभग असंभव होता है।
ऑनलाइन कई प्रोडक्ट मौजूद
वॉचडॉग के मुताबिक, हिक्टकोन के मसल मसाज, अल्ट्रावायलेट लैम्प, टचस्क्रीन मॉनिटर और हैलो-इन मास्क जैसे प्रोडक्ट भी है, जो सिर्फ अमेजन पर उपलब्ध हैं। ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर ब्रिटेन के शीर्ष 10,000 विक्रेताओं में से कई चीन में भी आधारित थे। अमेजन मार्केटप्लेस पर 36%, ईबे पर 30% और विश पर 95% प्रोडक्ट मिलते हैं।
आईपीएल -13 में बुधवार की रात को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने राजस्थान रॉयल्स (आरआर) को 37 रन से हरा दिया। टॉस हारकर कोलकाता ने 175 रन का टारगेट दिया। जवाब में राजस्थान 9 विकेट पर 137 रन ही बना सकी। राजस्थान के 8 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। जीत के हीरो शिवम मावी (2 विकेट) और कमलेश नागरकोटी (2 विकेट) रहे। राजस्थान की इस सीजन में यह पहली हार है। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने माना कि शारजाह के बाहर उनका पहला मैच अच्छा नहीं रहा। राजस्थान का आईपीएल में बुधवार की रात केके आर के खिलाफ अबुधाबी में तीसरा मैच था। इससे पहले दोनों मैच राजस्थान ने शारजाह में ही खेले थे। और दोनों में उसे जीत हासिल हुई थी।
स्मिथ ने कहा- विकेट लेने के कई मौके खो दिए
स्मिथ ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने पर कहा- ये हमने प्लान के तहत किया। केकेआर को चेज करना पसंद है। लेकिन, यहां हमें चेज करना था। इसलिए हमने डेथ ओवरों में उनके खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी करके उनकी बॉलिंग को दबाव में लाने की कोशिश की। हम कामयाब नहीं हो पाए, क्योंकि हमारे विकेट लगातार गिरते चले गए।
कार्तिक ने युवा खिलाड़ियों की तारीफ की
केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने टीम की जीत के बाद युवा खिलाड़ियों की तारीफ की। उन्होंने कहा- ये ठीक है कि हम जीते। लेकिन, इसे परफेक्ट जीत नहीं कहा जा सकता। अब भी सुधार की गुंजाइश है। हालांकि, कई चीजों से खुशी मिली। शुभमन ने अच्छी शुरुआत दी। मावी ने बढ़िया बॉलिंग की। रसेल ने भी बैटिंग में अपना काम किया। मोर्गन भी बेहतर रहे। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि युवाओं ने अच्छी कैचिंग की। उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ा कि गेंद कितनी ऊपर है। मावी ने 4 ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट लिए। गिल ने 34 बॉल में 47 रन बनाए।
कार्तिक ने कहा- हमें कई क्षेत्रों में सुधार की जरूरत
कार्तिक ने राजस्थान के कप्तान स्मिथ के टॉस जीतकर केकेआर को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित करने पर कहा कि अगर वह टॉस जीतते तो भी वह बल्लेबाजी का ही चयन करते। उन्होेंने कहा कि टीम को अभी भी हर क्षेत्र में सुधार करने की जरूरत है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में नाबालिग हिंदू लड़की ने गैंगरेप के बाद ब्लैकमेल से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। लड़की को पिछले साल जुलाई में घर से तीन लोगों ने अगवा किया था। बाद में उसके साथ रेप हुआ। आरोपियों ने इसका वीडियो बना लिया था। इस मामले में केस दर्ज हुआ था और आरोपी गिरफ्तार भी हुए थे। लेकिन, कुछ दिन बाद ही उन्हें बेल मिल गई थी। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने पीड़िता को ब्लैकमेल किया। बाद में उसने खुदकुशी कर ली।
कुएं में कूदकर खुदकुशी
‘डॉन न्यूज’ के मुताबिक, नाबालिग लड़की ने बुधवार सुबह एक कुएं में कूदकर जान दे दी। उसका गांव सिंध के थारपारकर जिले में आता है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल जुलाई में तीन लोग लड़की को अगवा करके ले गए थे। उसके साथ गैंगरेप किया गया और इसका वीडियो भी बना लिया गया। लड़की के परिवार की शिकायत पर केस दर्ज हुआ और आरोपियों की गिरफ्तारी भी। लेकिन, कुछ ही दिन में वे जमानत पर बाहर आ गए।
ब्लैकमेल किया गया
लड़की के परिवार ने कहा- आरोपी जमानत पर थे। ये सभी दबंग परिवारों के हैं। उन्होंने पीड़िता को ब्लैकमेल किया। इससे परेशान होकर उसने खुदकुशी कर ली। जिले के एसएसपी अब्दुल्ला अहमदयार ने माना कि लड़की के साथ गैंगरेप किया गया था। मेडिकल रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो गई थी। स्थानीय हिंदू समुदाय के नेताओं ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इन लोगों ने कहा है कि अगर जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
गूगल ने बीती रात 'Launch Night In' इवेंट में अपने नए पिक्सल 5 स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है। साथ ही, 4a सीरीज का 5G वर्जन भी लॉन्च किया गया है। दोनों स्मार्टफोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 765G प्रोसेसर और टाइटन एम सिक्योरिटी चिप दी है। पिक्सल 5 और पिक्सल 4a 5G दोनों में एक जैसे डुअल रियर कैमरा के साथ 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया है। कंपनी ने फोन में एक्सट्रीम बैटरी सेवर मोड दिया है जिससे बैटरी की लाइफ 48 घंटे तक बढ़ा सकते हैं। दोनों स्मार्टफोन एल्युमिनियम बॉडी और IP68 रेटिंग के साथ आते हैं।
गूगल पिक्सल 5 और पिक्सल 4a 5G की कीमत
स्मार्टफोन
कीमत
पिक्सल 5
$699 (करीब 51,400 रुपए)
पिक्सल 4a 5G
$499 (करीब 37,000 रुपए)
दोनों स्मार्टफोन को सबसे पहले 5G मार्केट जैसे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, जापानी, ताइवान, यूके और यूएस में मिलेगा। पिक्सल 4a 5G को सबसे पहले जापान में 15 अक्टूबर को लॉन्च किया जाएगा। उसके बाद दूसरे देशों में इसे नवंबर तक लॉन्च किया जाएगा। इन फोन पर 100GB का क्लाउड स्टोरेज दिया जाएगा। हालांकि, इन स्मार्टफोन की भारत में लॉन्च करने को लेकर कंपनी ने कोई प्लानिंग नहीं की है।
गूगल पिक्सल 5 स्पेसिफिकेशन
ये स्मार्टफोन डुअल सिम (नैनो+ईसिम) को सपोर्ट करता है। ये एंड्रॉयड 11 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करेगा। फोन में 6-इंच फुल HD+ OLED डिस्प्ले दिया है, जिसका रेजोल्यूशन 1,080x2,340 पिक्सल है। स्क्रीन को प्रोटेक्शन देने के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 6 लगाया गया है। स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 765G प्रोसेसर के साथ 8GB LPDDR4 रैम दी है।
फोटो और वीडियो के लिए फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप किया गया है। जिसमें प्राइमरी 12.2 मेगापिक्सल सेंसर और 16-मेगापिक्सल सेकंडरी सेंसर अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस दिया है। सेल्फी के लिए इसमें 8 मेगापिक्सल लेंस दिया है। दोनों कैमरा से 4K वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकती है।
फोन में 128GB का ऑनबोर्ड स्टोरेज दिया है। इसमें माइक्रो SD कार्ड का स्लॉट नहीं मिलेगा। हालांकि, गूगल 100GB का क्लाउड स्टोरेज दे रही है। इसमें 5G, 4G LTE, Wi-Fi 802.11ac, ब्लूटूथ 5.0, GPS/ A-GPS, NFC, USB Type-C पोर्ट जैसे कनेक्टिविटी ऑप्शन दिए हैं। फोन में बैक साइड में फिंगरप्रिंट सेंसर दिया है। इसमें स्टीरियो स्पीकर और तीन माइक्रोफोन दिए हैं।
फोन में 4,080mAh की बैटरी दी है, जो 18 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन का वजन 151 ग्राम है। वहीं इसका डायमेंशन 144.7x70.4x8.0mm है।
गूगल पिक्सल 4a 5G स्पेसिफिकेशन
ये स्मार्टफोन डुअल सिम (नैनो+ईसिम) को सपोर्ट करता है। ये एंड्रॉयड 11 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करेगा। फोन में 6.2-इंच फुल HD+ OLED डिस्प्ले दिया है, जिसका रेजोल्यूशन 1,080x2,340 पिक्सल है। स्क्रीन को प्रोटेक्शन देने के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 लगाया गया है। स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 765G प्रोसेसर के साथ 6GB LPDDR4 रैम दी है।
फोटो और वीडियो के लिए फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप किया गया है। जिसमें प्राइमरी 12.2 मेगापिक्सल सेंसर और 16-मेगापिक्सल सेकंडरी सेंसर अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस दिया है। सेल्फी के लिए इसमें 8 मेगापिक्सल लेंस दिया है। दोनों कैमरा से 4K वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकती है।
फोन में 128GB का ऑनबोर्ड स्टोरेज दिया है। इसमें माइक्रो SD कार्ड का स्लॉट नहीं मिलेगा। हालांकि, गूगल 100GB का क्लाउड स्टोरेज दे रही है। इसमें 5G, 4G LTE, Wi-Fi 802.11ac, ब्लूटूथ 5.0, GPS/ A-GPS, NFC, USB Type-C पोर्ट जैसे कनेक्टिविटी ऑप्शन दिए हैं। फोन में बैक साइड में फिंगरप्रिंट सेंसर दिया है। इसमें स्टीरियो स्पीकर और तीन माइक्रोफोन दिए हैं।
फोन में 3,885mAh की बैटरी दी है, जो 18 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन का वजन 168 ग्राम है। वहीं इसका डायमेंशन 153.9x74.0x8.2mm है।
कैथोलिक ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से मिलने से इनकार कर दिया। पोप वेटिकन सिटी में रहते हैं। वेटिकन ने एक बयान में कहा- अमेरिका में इस वक्त चुनाव प्रक्रिया चल रही है। चुनावी दौर में पोप किसी नेता से मुलाकात नहीं करते।
हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पोम्पियो ने पोप से मिलने से पहले चीन में मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर एक बयान दिया था। वेटिकन नहीं चाहता था कि पोम्पियो वेटिकन का इस्तेमाल सियासी फायदे के लिए करें।
वेटिकन का आरोप
पोम्पियो चार देशों की यात्रा के तहत वेटिकन सिटी पहुंचे थे। यहां पहुंचने से पहले उन्होंने कहा था कि चीन में मानवाधिकारों का उल्लंघटन हो रहा है। वहां बाकी लोगों के साथ ईसाइयों को भी परेशान किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, वेटिकन के अफसर इसी बयान को लेकर नाराज थे। इसलिए, जब पोम्पियो ने पोप फ्रांसिस से मिलना चाहा तो वेटिकन ने इससे इनकार कर दिया। वेटिकन ने कहा- चुनावी दौर में पोप किसी नेता से नहीं मिलते। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पोम्पियो से पोप से मुलाकात का इस्तेमाल सियासी फायदे के लिए करना चाहते थे।
पोम्पियो ने तंज कसा था
सितंबर की शुरुआत में पोम्पियो ने एक अखबार में आर्टिकल लिखा था। इसमें उन्होंने वेटिकन सिटी का नाम लिए बिना उस पर तंज कसा था। पोम्पियो ने कहा था- कैथोलिक चर्च अपनी नैतिक विश्वसनीयता और ताकत को खतरे में डाल रहा है। दरअसल, वेटिकन ने चीन से बिशप्स की नियुक्ति को लेकर एक समझौता किया है। अमेरिका को लगता है कि वेटिकन भी चीन के दबाव में उसकी शर्तें मान रहा है। पोम्पियो ने कहा था- दुनिया में धार्मिक आजादी को जितना खतरा चीन में है, उतना कहीं नहीं है।
ट्रम्प को समर्थन
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को पारंपरिक ईसाई समुदाय का समर्थन हासिल है। इसके अलावा दूसरे ईसाई धार्मिक संगठन भी उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। इनमें से ज्यादातर ये मानते हैं कि पोप फ्रांसिस जरूरत से ज्यादा उदारवादी हैं। मानवाधिकार संगठन भी कई बार कह चुके हैं कि वेटिकन चीन में ईसाई समुदाय के बारे में बात नहीं करता। 2018 में चीन और वेटिकन के बीच बिशप्स को लेकर एक समुझौता हुआ था। इसमें कहा गया था कि चीन में सिर्फ चीनी मूल के बिशप्स की नियुक्ति ही की जा सकेगी। अगले महीने इस समझौते की समीक्षा होनी है।
मुंबई में रहने वाली साउथ की एक्ट्रेस पायल घोष द्वारा लगाए रेप के आरोप में फंसे निर्माता अनुराग कश्यप से मुंबई पुलिस आज(गुरुवार को) सुबह 11 बजे पूछताछ करेगी। बुधवार को कश्यप के खिलाफ मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन से समन जारी हुआ है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि समन में उन्हें पुलिस ने बिना अनुमति मुंबई नहीं छोड़ने के लिए भी कहा है। हालांकि, एक्ट्रेस के आरोपों को कश्यप ने वकील के जरिए एक स्टेटमेंट जारी कर पूरी तरह से खारिज किया है और बेबुनियाद बताया गया है।
अनुराग कश्यप पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
भारतीय दंड सहिता की धारा 376 (I)(महिला के साथ बलात्कार करने का आरोप), 354(महिला की मर्यादा भंग करने के लिए उसपर हमले), 341(किसी महिला को गलत तरीके से रोकना) और 342(किसी व्यक्ति को गलत ढंग से बंधक बनाना) के तहत अनुराग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें से 376 गैर जमानती धारा है, माना जा रहा है कि अगर कश्यप पर लगे आरोप में सच्चाई मिलती है तो उनकी गिरफ्तारी भी संभव है।
पायल ने ट्वीट कर कहा-आशा करती हूं न्याय मिलेगा
मुंबई पुलिस के समन पर अभिनेत्री पायल घोष ने ट्वीट कर लिखा,'अनुराग कश्यप को समन भेजने और कल वर्सोवा पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाने के लिए धन्यवाद। आशा करती हूं न्याय मिलेगा... !!'
एक्ट्रेस ने शेयर किए कुछ पुराने ट्वीट
कश्यप को समन से पहले पायल घोष ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कुछ स्क्रीनशॉट्स शेयर किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि ये पोस्ट 'मीटू मूवमेंट' के वक्त के हैं। इसमें उन्होंने एक 'फेमस डायरेक्टर' का जिक्र किया है जिसने काम के बदले उन्हें 'फिजिकली फ्रेंडली' होने की सलाह दी थी। पायल ने ट्वीट करके कहा, मेरे कुछ पोस्ट जो #MeToo मूवमेंट के दौरान मेरे मैनेजर और मेरी फैमिली ने डिलीट करवा दिए थे। मैं इस बात का ध्यान रखूंगी कि #MeTooIndia का नाम कुछ और कर दूं क्योंकि #metooindia फेक है और प्रभावशाली लोगों का गुलाम है।
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12 अक्टूबर 2018 के डिलीट ट्वीट में पायल ने लिखा है, '#MeToo तक ट्विटर को बाय कहने का वक्त है। #MeTooMovment आगे बढ़ता जा रहा है, यह मुझे गुस्सा दिला रहा है, मुझे कई बातें बताने का मन कर रहा है लेकिन मेरा परिवार मुझे इस पर कुछ कहने नहीं दे रहा और मेरे सारे ट्वीट्स डिलीट करवा दिए, नफरत को खत्म हो जाने दीजिए, फिर से प्यार फैलाने वापस आऊंगी।'
राज्यपाल से एक्ट्रेस ने की थी मुलाकात
इससे पहले मंगलवार को एक्ट्रेस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। इसमें उन्होंने अनुराग कश्यप से अपनी जान का खतरा बताया था। राजभवन से बाहर आकर एक्ट्रेस ने कहा था, 'रेप का आरोपी सड़क पर खुलेआम घूम रहा है, इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।' राजभवन में एक्ट्रेस के साथ आरपीआई प्रमुख रामदास आठवले भी मौजूद थे। एक्ट्रेस ने कहा है कि अगर कश्यप को जल्द गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वे भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगी। इसके ठीक एक दिन बाद मुंबई पुलिस ने अनुराग कश्यप के खिलाफ समन जारी किया है।
22 सितंबर को कश्यप पर दर्ज हुआ था रेप का केस
22 सितंबर को एक्ट्रेस ने फिल्म डायरेक्टर-प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप के खिलाफ मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में रेप का मामला दर्ज करवाया है। एक्ट्रेस का आरोप है कि कश्यप ने 2013 में वर्सोवा में यारी रोड की एक लोकेशन पर रेप किया था। अनुराग के खिलाफ दुष्कर्म, गलत बर्ताव, गलत इरादे से रोकने और महिला का अपमान करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कार की बैटरी डिस्चार्ज हो जाए या कार रास्ते में चलते-चलते अचानक बंद हो जाए, तो हम परेशान हो जाते हैं, धक्का लगाते हैं और स्टार्ट करने के लिए कई तरह के जतन करते हैं। तमाम कोशिशें करने के बाद भी जब कार स्टार्ट नहीं होती तो हम मैकेनिक को बुलाते हैं। मैकेनिक, जंपर केबल की मदद से या तो बैटरी या किसी दूसरी कार से कनेक्शन देकर कार स्टार्ट कर देता है और इसके लिए 400 से 500 रुपए तक ले लेता है।
यही परेशानी रात के समय किसी सुनसान जगह या हाईवे पर आ जाए तो समझो मुसीबत डबल हो गई है। क्योंकि वहां मदद करने वाला शायद ही कोई मिले।
अगर आप अक्सर फैमिली के साथ या अकेले लंबा सफर करते रहते हैं, और इस तरह की मुसीबत में नहीं पड़ना चाहते तो आपको कार में पोर्टेबल जंप स्टार्टर पावर बैंक जरूर रख लेना चाहिए ताकि इमरजेंसी में दूसरा पर निर्भर न रहना पड़े। अब आप सोच रहें होंगे ये क्या चीज है। तो चलिए बात करते हैं क्या है जंप स्टार्टर, कैसे काम करता है साथ ही जानते हैं इसके फायदे और कीमत...
क्या है पोर्टेबल पावर बैंक जंप स्टार्टर?
यह गैजेट हूबहू पावरबैंक सा दिखता है और काम भी वैसा ही करता है। जैसा की नाम से समझ आ रहा है यह इमरजेंसी में कार को स्टार्ट करने का काम करता है। अगर यह छोटा सा गैजेट आपके पास है तो न किसी मैकेनिक की जरूरत पड़ेगी न ही किसी दूसरी बैटरी की, पोर्टेबल जंप स्टार्टर अकेला ही आपकी बंद पड़ी कार को स्टार्ट करने का काम कर सकता है।
बाजार में 69800mAh तक की कैपेसिटी वाले पावरबैंक जंप स्टार्टर मौजूद हैं। आम पावर बैंक की तुलना में यह काफी पावरफुल होता है। यह मल्टी फंक्शनैलिटी के साथ आता है, यानी इससे कई सारे काम भी किए जा सकते हैं।
बाजार में अलग-अलग कैपेसिटी और ब्रांड के जंप स्टार्टर मौजूद हैं। इसकी किट में जंपर केबल के अलावा कई तरह की चार्जिंग केबल, सॉकेट और एक्सेसरीज मिलती है। कई जंप स्टार्टर की किट में एयर कम्प्रेसर भी मिल जाता है।
कैसे काम करता है यह पोर्टेबल जंप स्टार्टर?
कार को जंप स्टार्ट कराने के लिए इसमें डेडिकेटेड जंपर केबल मिलती है, जिसमें दो क्लिप लगी होती हैं, ये रेड और ब्लैक कलर के क्लिप ठीक वैसे ही होती हैं जैसे जंपर केबल में मिलती है। केबल का प्लग जंप स्टार्टर में दिए गए डेडिकेटेड पोर्ट में लगाना होता है। केबल के प्लग बैटरी के टर्मिनल्स से कनेक्ट कर पावर ऑन करना होता है। कनेक्शन करने के बाद जैसे ही आप गाड़ी का इग्निशन ऑन करेंगे या सेल्फ स्टार्ट करेंगे, गाड़ी आराम से स्टार्ट हो जाएगी।
इसके क्या-क्या फायदे हैं?
1. कार या बाइक की बैटरी डिस्चार्ज हो गई है, तो जंप स्टार्टर पावर बैंक से आप अपनी गाड़ी दोबारा स्टार्ट कर सकते हैं। 2. यह इतने पावरफुल होता है कि इससे लैपटॉप भी चार्ज किया जा सकता है। लैपटॉप चार्ज करने के लिए सॉकेट इसकी किट में ही मिलते हैं। 3. इसमें कई सारे यूएसबी पोर्ट भी मिलते हैं, इसकी मदद से फोन, टैबलेट, डिजिटल कैमरा, गेमिंग सिस्टम, पोर्टेबल जीपीएस डिवाइस चार्ज किए जा सकते हैं। 4. इससे 12V इलेक्ट्रिक डिवाइस जैसे वैक्यूम क्लीनर, एयर कम्प्रेसर को भी ऑपरेट किया जा सकता है। इसके लिए किट में ही अलग से केबल मिलती है। 5. इसमें टॉर्च और SOS इमरजेंसी लाइट्स मिलती हैं, अंधेरे में या मुसीबत में फंसे होने पर इसे मदद मांगने या अलर्ट करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। 6. कई जंप स्टार्टर में इमरजेंसी में कार के कांच तोड़ने के लिए मेटल ग्लास ब्रेकर और सीट बेल्ट काटने के लिए कटर भी लगा मिल जाता है। (ये मॉडल पर निर्भर करता है।) 7. कई मॉडल्स के साथ किट में ही एयर कम्प्रेसर भी मिल जाता है, यानी इससे टायर्स में हवा भी भरी जा सकती है। (ये मॉडल पर निर्भर करता है।) 8. इसे किसी भी तरह की कार (पेट्रोल/डीजल/सीएनजी) और बाइक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
कितनी है इसकी कीमत?
ई-कॉमर्स साइट पर इसकी काफी बड़ी रेंज उपलब्ध है। कैपेसिटी और ब्रांड के हिसाब से इनकी कीमत अलग-अलग है। अमेजन पर सबसे सस्ता जंप स्टार्टर 3999 रुपए का है जबकि फ्लिपकार्ट पर इसकी शुरुआती कीमत 3800 रुपए है।
बीते कुछ हफ्तों में ट्रम्प एक बात साफ करते आए हैं। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में तो उन्होंने इस बिल्कुल साफ कर दिया। ट्रम्प के मुताबिक, 3 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में मतदाताओं के सामने सिर्फ दो विकल्प हैं। इनमें डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन की जीत शामिल नहीं है। इसका मतलब ये है कि चुनाव ट्रम्प ही जीतेंगे। अगर हारे तो मेल इन बैलट्स को गैरकानूनी या अमान्य घोषित कर देंगे। इस चेतावनी या कहें वॉर्निंग को गंभीरता से लेना चाहिए।
ट्रम्प क्या चाहते हैं
राष्ट्रपति की बात को समझिए। इसमें पारदर्शिता यानी ट्रांसपेरेंसी जैसी कोई चीज नहीं है। अगर वे चुनाव नहीं जीत पाते हैं तो फैसला सुप्रीम कोर्ट या हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में होगा। अब आप दोनों की स्थिति को समझिए। दोनों ही जगह ट्रम्प फायदे में हैं। और यही बात वो कई हफ्तों से और कई मंचों से दोहरा चुके हैं।
इससे ज्यादा और क्या साफ हो सकता है
मैं इस बारे में और ज्यादा साफ क्या कहूं कि- हमारा लोकतंत्र इस वक्त भयानक खतरे का सामना कर रहा हूं। ये खतरा सिविल वार, पर्ल हार्बर और क्यूबा के मिसाइल क्राइसिस से भी बड़ा है। इतना बड़ा खतरा तो वॉटरगेट कांड के बाद भी सामने नहीं आया था। मैंने अपना कॅरियर विदेश संवाददाता के तौर पर शुरू किया। उस वक्त लेबनान में दूसरा सिविल वार चल रहा था। इस युद्ध का मेरी जिंदगी पर बहुत गंभीर असर हुआ।
राजनीति का गहरा असर होता है
लेबनान सिविल वार के बाद मैं समझा कि जब एक देश में हर चीज सियासत से जुड़ जाती है तो क्या होता है। जब कुछ चुनिंदा नेता देश से ज्यादा पार्टी को अहमियत देने लगते हैं। जब कुछ कथित जिम्मेदार लोग ये साबित करने लगते हैं कि वे किसी भी कानून को तोड़ सकते हैं, अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें कोई रोकने वाला नहीं।
अब फिक्र होने लगी है
कट्टरपंथी जब हावी होने लगते हैं तो सिस्टम खराब होने लगता है, टूटने लगता है। मैंने ऐसा होते देखा है। मैं सोचता था कि अमेरिका में ऐसा कभी नहीं हो सकता। लेकिन, अब मुझे बेहद फिक्र होने लगी है। इसकी वजह ये है कि फेसबुक और ट्विटर हमारे लोकतंत्र के दो मजबूत आधारों सत्य और विश्वास, को खत्म कर रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि ये उन लोगों को अपनी बात रखने का प्लेटफॉर्म देते हैं जो अपनी आवाज नहीं उठा सकते। इससे पारदर्शिता बढ़ती है। लेकिन, ये भी याद रखिए कि इन पर ही बड़ी तादाद ऐसे लोगों की है जो साजिशें रचते हैं, झूठ गढ़ते और फिर इसे फैलाते हैं।
सच और झूठ में फर्क जरूरी
इन सोशल नेटवर्क्स ने इंसान की खुद की सोच को खत्म कर दिया है। झूठ और सच में फर्क नहीं किया जाता। जब तक दोनों पक्षों में भरोसा नहीं होगा, तब तक आम लोगों की बेहतरी भी नहीं हो सकती। हेब्रू यूनिवर्सिटी के रिलीजियस फिलॉस्फर मोशे हालबर्टेल कहते हैं- राजनीति में मूल्य होने चाहिए। फैसले ऐसे होने चाहिए, जिससे दोनों पक्षों को फायदा हो। लोगों का भरोसा नहीं टूटना चाहिए। लेकिन, आज अमेरिका में ये नहीं हो रहा है। बाकी सब तो छोड़ दीजिए। यहां तो मास्क पहनने पर भी राय बंट गई है। और अगर हालात यही हैं तो फिर लोकतंत्र जिंदा नहीं रह पाएगा।
डेमोक्रेट्स पर भी सवालिया निशान
ऊपर दिए गए तथ्यों के आधार पर मुझे लगता है कि इस चुनाव में जो बाइडेन ही एकमात्र पसंद हैं। लेकिन, ऐसा भी नहीं है कि डेमोक्रेट्स सियासत नहीं कर रहे। लेकिन, रिपब्लिकन्स से उनकी तुलना नहीं की जा सकती। रिपब्लिकन्स ने पहले रोनाल्ड रीगन और जॉर्ज बुश सीनियर को चुना। लेकिन, वे ये भी जानते हैं कि अभी ओवल ऑफिस में बैठा व्यक्ति कैसा है। अगर ट्रम्प को चार साल और मिलते हैं तो हमारे संस्थान खत्म हो जाएंगे, देश बंट जाएगा। इसलिए, मुझे लगता है कि अमेरिका की आशा यही है कि बाइडेन चुने जाएं। रिपब्लिकन्स के कुछ कम कट्टरपंथी लोग उनका साथ दें।
आज फीके रहे बाइडेन
बुधवार की डिबेट में बाइडेन नहीं चमक पाए। डिबेट की ही बात करें तो मैंने उन्हें बहुत प्रभावी कभी नहीं देखा। लेकिन, मुझे कोई शक नहीं कि वे सरकार को एकजुट करेंगे और वो क्वॉलिटी जरूर दे पाएंगे जो एक देश के तौर पर जरूरी हैं और जिनका यह देश हकदार है। इसलिए मैं कहता हूं- बाइडेन को वोट दीजिए। मेल से दें या फिर मास्क लगाकर बूथ तक जाएं और फिर वोटिंग करें। ताकि, ट्रम्प और फॉक्स न्यूज को नतीजों में धांधली का मौका न मिल सके। लोगों को प्रेरित करें और बाइडेन के लिए वोट कराएं। यह आप अपने देश के लिए करें। क्योंकि, हमारा लोकतंत्र इसी पर निर्भर है।
दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.41 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 54 लाख 20 हजार 056 से ज्यादा हो चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 10.18 लाख के पार हो चुका है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। इजराइल में लोग अब प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे। इसको लेकर यहां सरकार ने एक कानून पास कर दिया है।
इजराइल : सरकार सख्त
इजराइल में पिछले कुछ दिनों से लोग प्रतिबंधों का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि सरकार कोरोनावायरस की रोकथाम के नाम पर मनमाने प्रतिबंध लगा रही है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से इस्तीफे की मांग की जा रही है। लेकिन, सरकार ने भी सख्त रुख अपना लिया है। संसद में एक कानून पास किया गया है। इसके तहत अब विरोध प्रदर्शन गैरकानूनी होंगे और ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा सकेगा।
नए कानून के तहत लोग एक किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा भी नहीं कर सकेंगे। इसके अलावा 20 से ज्यादा लोगों के एक जगह जुटने पर पाबंदी लगा दी गई है। सरकार का कहना है कि वैक्सीन अब तक नहीं आई है और संक्रमण की दूसरी लहर का खतरा है। लिहाजा, सख्ती जरूरी है।
स्पेन : मैड्रिड लॉकडाउन की ओर
स्पेन की राजधानी मैड्रिड में सरकार ने कुछ हॉटस्पॉट्स की पहचान की है। सरकार का कहना है कि यहां लॉकडाउन लगाए बिना संक्रमण रोकना आसान नहीं है। लेकिन, स्थानीय प्रशासन और लोग केंद्र के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। परेशानी की बात यह है कि दो हफ्ते में यहां एक लाख 33 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं और सरकार की फिक्र का सबब भी यही आंकड़ा है। हेल्थ मिनिस्टर साल्वाडोर इले ने कहा- मैड्रिड की हेल्थ ही स्पेन की हेल्थ भी है। हमने नियमों की नई सूची तैयार कर ली है और इसे जल्द लागू करेंगे। मैड्रिड में 9 उपनगरीय इलाके हैं। यहां करीब 30 लाख लोग रहते हैं। फिलहाल, बाहर से आने वालों पर बैन लगाया गया है।
स्पेन की राजधानी मैड्रिड में बुधवार को राजमहल के बाहर मौजूद रॉयल गार्ड। यहां सरकार नए प्रतिबंध लगाना चाहती है, लेकिन लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
साउथ कोरिया: सरकार ने कहा- सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी
साउथ कोरिया में सोमवार को 39 नए केस सामने आए। हालांकि केसों में हल्की गिरावट भी देखी गई है। इसके बावजूद सरकार ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाए। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, छुट्टियों में लाखों लोग घूमने का प्लान बना चुके हैं। इससे महामारी फैलने का खतरा हो सकता है। देश में 23 हजार 699 केस हैं, 407 मौतें हुई हैं।
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में एक बस स्टॉफ पर मौजूद लोग। यहां सरकार एक आदेश जारी कर कहा है कि अगले हफ्ते आने वाले त्योहार के दौरान भी प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। (फाइल)
लैटिन अमेरिका : 34 लाख लोगों ने नौकरी गंवाई
यूएन के इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि महामारी के चलते लैटिन अमेरिका में 34 लाख लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। संगठन ने कहा है कि किसी भी हाल में सरकारों और यूएन को मिलकर इन लोगों के लिए काम करना होगा। कई दशक बाद इतनी खराब स्थिति देखने को मिली है। लैटिन अमेरिका के अलावा कैरेबियन देशों में भी महामारी का असर पड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक, लैटिन अमेरिका में कई बुनियादी समस्याएं हैं। इनको सुलझाए बिना रोजगार की समस्या को हल नहीं किया जा सकता। इसके लिए एक प्लान भी तैयार करने को कहा गया है।
स्पेन : कारोबार को नुकसान का खतरा
स्पेन सरकार ने साफ कर दिया है कि देश में संक्रमण की लहर को रोकने के लिए वो हर मुमकिन कदम उठाएगी। सरकार का यह सख्त बयान मैड्रिड लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के एक दिन पहले दिए गए उसे बयान के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार के कदमों से पटरी पर आ रहे कारोबार को फिर नुकसान हो सकता है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने सोमवार को कहा था- यूरोपीय देशों और खासकर पड़ोसी देश फ्रांस में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लिहाजा, सरकार को कठोर कदम उठाने होंगे। कुछ खबरों में कहा गया कि स्पेन सरकार सीमाएं बंद करने पर भी विचार कर रही है। हालांकि, सरकार ने इन खबरों का खंडन कर दिया है।
आईपीएल के 13वें सीजन का 13वां मैच किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच आज अबु धाबी में खेला जाएगा। इस सीजन में अब तक हुए 12 मैचों में ही 2 सुपर ओवर खेले गए। पहले सुपर ओवर में दिल्ली ने पंजाब को हराया। वहीं, दूसरे सुपर ओवर में मुंबई को बेंगलुरु के हाथों हार का सामना करना पड़ा। सीजन में अब तक दोनों ही टीमों ने 3-3 मैच खेले हैं। जिसमें दोनों को 1-1 मैच में ही जीत नसीब हुई।
मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा आईपीएल में 5000 रन बनाने से 2 रन दूर हैं। वे 191 मैचों में 31.63 की औसत से 4998 रन बना चुके हैं। अब तक केवल दो बल्लेबाज ही आईपीएल में 5000 से ज्यादा रन बना सके हैं। कोहली ने 178 मैचों में 37.68 की औसत से 5426 रन बनाए हैं। रैना के 193 मैचों में 33.34 की औसत से 5368 रन हैं।
दोनों टीमों के सबसे महंगे खिलाड़ी
पंजाब में कप्तान लोकेश राहुल 11 करोड़ और ग्लेन मैक्सवेल 10.75 करोड़ रुपए कीमत के साथ सबसे महंगे प्लेयर हैं। वहीं, मुंबई में कप्तान रोहित शर्मा सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। टीम उन्हें एक सीजन का 15 करोड़ रुपए देगी। उनके बाद टीम में हार्दिक पंड्या का नंबर आता है, उन्हें सीजन के 11 करोड़ रुपए मिलेंगे।
मुंबई में ईशान किशन और पोलार्ड से उम्मीद
पिछले मैच के हीरो मुंबई को ईशान किशन और कीरोन पोलार्ड पर एक बार फिर रन बनाने की जिम्मेदारी होगी। रोहित के अलावा क्विंटन डिकॉक और सूर्यकुमार यादव भी बल्लेबाजी में की-प्लेयर होंगे। गेंदबाजी में ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह जैसे दिग्गज बॉलरों से काफी उम्मीदें होंगी।
पंजाब में गेल को मिल सकता है मौका
पंजाब में क्रिस गेल को मौका मिल सकता है। ग्लेन मैक्सवेल और निकोलस पूरन में से किसी एक की जगह गेल को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है। कप्तान लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल शानार फॉर्म में हैं। वहीं, गेंदबाजी में शेल्डन कॉटरेल, मोहम्मद शमी के अलावा रवि बिश्नोई और मुरुगन अश्विन पर अहम जिम्मेदारी होगी।
हेड-टु-हेड
दोनों के बीच अब तक 24 मुकाबले हुए हैं। इसमें मुंबई ने 13 जबकि पंजाब ने 11 मैच जीते हैं। पिछले दोनों सीजन की बात की जाए तो दोनों टीमों के बीच 5 मैच खेले गए, जिसमें मुंबई ने 3 और पंजाब ने 2 मैच जीते।
पिच और मौसम रिपोर्ट
अबु धाबी में मैच के दौरान आसमान साफ रहेगा। तापमान 28 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। यहां स्लो विकेट होने के कारण स्पिनर्स को भी काफी मदद मिलेगी। शेख जायद स्टेडियम में टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना पसंद करेगी। यहां हुए पिछले 44 टी-20 में पहले गेंदबाजी करने वाली टीम की जीत का सक्सेस रेट 56.81% रहा है।
इस मैदान पर हुए कुल टी-20: 44
पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती: 19
पहले गेंदबाजी करने वाली टीम जीती: 25
पहली पारी में टीम का औसत स्कोर: 137
दूसरी पारी में टीम का औसत स्कोर: 128
मुंबई ने सबसे ज्यादा 4 बार खिताब जीता
आईपीएल इतिहास में मुंबई ने सबसे ज्यादा 4 बार (2019, 2017, 2015, 2013) खिताब जीता है। पिछली बार उसने फाइनल में चेन्नई को 1 रन से हराया था। मुंबई ने अब तक 5 बार फाइनल खेला है। वहीं, पंजाब ने अब तक 1 बार फाइनल (2014) खेला था। उसे केकेआर ने 3 विकेट से हराया था।
आईपीएल में मुंबई का सक्सेस रेट 57.63%, यह पंजाब से ज्यादा
लीग में मुंबई का सक्सेस रेट पंजाब से ज्यादा है। मुंबई ने आईपीएल में 190 मैच खेले हैं। इसमें उसने 110 मैच जीते और 80 हारे हैं, यानि लीग में उसका सक्सेस रेट 57.63% है। वहीं, लीग में पंजाब का सक्सेस रेट 46.08% है। पंजाब ने लीग में अब तक 179 मैच खेले, जिसमें 83 जीते और 96 हारे हैं।
होंडा मोटरसाइकिल ने भारतीय बाजार में अपनी पहली क्रूजर बाइक हाईनेस सीबी 350 को लॉन्च कर दिया है। कंपनी का कहना है कि इसे भारत में बनाया जाएगा। प्रीमियम अपील देने के लिए कंपनी इसे होंडा बिग विंग इंडिया नेटवर्क के अंतर्गत बेचेगी।
कंपनी ने बताया कि बाइक की एक्स-शोरूम कीमत लगभग 1.90 लाख रुपए है। मोटरसाइकिल 300-350cc के मॉडर्न-क्लासिक सेगमेंट में होंडा की शुरुआत का प्रतीक है।
होंडा हाईनेस सीबी 350: डिजाइन डिटेल्स
कंपनी ने इसे रेट्रो डिजाइन देने की कोशिश की है। इसमें राउंड एलईडी हेडलैम्प, सिंगल-पॉड इंस्ट्रूमेंटेशन, अलॉय व्हील्स, क्रोम हेडलाइट्स और बड़े फ्यूल टैंक, क्रोम फेंडर्ड, रियर शॉक एब्जॉर्बर, रेट्रो टर्न इंडीकेटर्स और रेट्रो स्टाइल एग्जॉस्ट पाइप दिए गए हैं। बाइक के इंजन और मिरर्स पर भी कई जगह क्रोम एलिमेंट्स देखने को मिल जाएंगे।
होंडा हाईनेस सीबी 350: इंजन डिटेल्स
नई हाईनेस सीबी 350 में 348.36 सीसी, सिंगल-सिलेंडर, एयर-कूल्ड इंजन है, जो 5500 आरपीएम पर 20.8 हॉर्स पावर और 3000 आरपीएम पर 30 एनएम का टार्क जनरेट करता है। इसे 5-स्पीड गियरबॉक्स से जोड़ा गया है।
नई हाईनेस सीबी 350 में दोनों व्हील्स पर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। फ्रंट में 310 एमएम और रियर में 240 एमएम डिस्क मिलता है। फ्रंट सस्पेंशन में टेलिस्कोपिक फोर्क और रियर में ट्विन शॉक एब्जॉर्बर मिलता है। इसके टायर, आगे की तरफ 100 / 90-19 और पीछे की तरफ 130 / 70-18 डायमेंशन के हैं।
बाइक की लंबाई 2163 एमएम, चौड़ाई 800 एमएम और ऊंचाई 1107 एमएम है। इसमें 166 एमएम का ग्राउंड क्लीयरेंस मिल जाता है। हाइनेस सीबी 350 में 15-लीटर का फ्यूल टैंक और 181 किलोग्राम का कर्ब वेट मिलता है।
इसमें कई फर्स्ट-इन-सेगमेंट फीचर्स हैं
कंपनी का कहना है कि होंडा हाईनेस सीबी 350 कई फर्स्ट-इन-सेगमेंट फीचर्स हैं, जैसे कि होंडा स्मार्टफोन वॉयस कंट्रोल सिस्टम (HSVCS), होंडा सेलेक्टेड टॉर्क कंट्रोल (HSTC) और एक असिस्टेंट और स्लिपर क्लच।
HSVCS के साथ, आप अपने स्मार्टफोन को मोटरसाइकिल से कनेक्ट कर सकते हैं और नेविगेशन, म्यूजिक, फोन कॉल और इनकमिंग मैसेज जैसी सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं। HSTC के अलावा, इसमें डुअल-एबीएस भी सेफ्टी-फीचर के तौर पर मिलता है।
होंडा हाईनेस सीबी 350: कीमत और वैरिएंट
होंडा हाईनेस सीबी 350 को दो वैरिएंट- DLX और DLX प्रो में लॉन्च किया गया है। प्रो वर्जन डुअल-टोन पेंट ऑप्शन, दो-यूनिट हॉर्न और होंडा स्मार्टफोन वॉयस कंट्रोल सिस्टम के साथ उपलब्ध होगा। होंडा ने केवल उल्लेख किया है कि बाइक की कीमत लगभग 1.9 लाख रुपए है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कीमत इसके CB350 DLX वैरिएंट की है, फिलहाल CB350 DLX Pro वैरिएंट की कीमत का ऐलान नहीं किया गया है।
बाजार में इसका मुकाबला रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 और रॉयल एनफील्ड की ही अपकमिंग मिटीओर 350 समेत बेनेली इम्पीरियल 400 से देखने को मिलेगा।
सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मंगलवार की रात आईपीएल-13 का 11वां मैच खेला गया। इस मैच में हैदराबाद ने दिल्ली को हराकर, इस सीजन में जीत का खाता खोला। इस मैच में कश्मीरी क्रिकेटर अब्दुल समद की एंट्री हुई। कश्मीर के अब्दुल समद ने हैदराबाद की ओर से आईपीएल में डेब्यू किया। हालांकि, समद को मैच में बैटिंग का ज्यादा मौका नहीं मिला, लेकिन कुल मिली 7 गेंदों में वे 12 रन बनाकर नाबाद रहे।
पावर हिटर हैं समद
18 साल के अब्दुल समद आईपीएल में खेलने वाले तीसरे कश्मीरी हैं। समद पावर हिटिंग बैटिंग करने के लिए जाने जाते हैं। सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 20 लाख की बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया था। पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान का मानना है कि कश्मीर का यह क्रिकेटर बड़ा ऑलराउंडर साबित हो सकता है। इरफान जम्मू कश्मीर क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं, और वे अब्दुल समद का खेल करीब से देख चुके हैं।
डोमेस्टिक टी-20 में शानदार रिकॉर्ड
अब्दुल समद जब बल्लेबाजी करने आए तब, हैदराबाद का स्कोर 17.5 ओवर में 144 रन था। यानी, समद जब क्रीज पर आए तो सनराइजर्स की पारी की 13 गेंदें बाकी थीं। अब्दुल समद को इनमें से 7 गेंदें खेलने को मिलीं।समद ने 7 गेंदों का सामना किया और एक छक्का और एक चौका के मदद से 12 रन बनाकर नाबाद रहे।
समद ने अबतक 12 घरेलू टी-20 खेले हैं, जिसमें उन्होंने 11 इनिंग में बल्लेबाजी की है। समद ने 12 मैचों में 42 की औसत से, 252 रन बनाये हैं। नाबाद 76 रन उनका बेस्ट स्कोर है। इस दौरान समद की स्ट्राइक रेट 137.70 की रही है।
महिलाओं की खूबसूरती को अक्सर उनके रंग से जोड़कर देखा जाता है। आमतौर पर गोरे रंग वाली लड़कियों को सुंदर माना जाता है और सांवली लड़कियों को समाज में दोयम दर्जे का समझा जाता है। हालांकि समय के साथ यह धारणा बदल गई है लेकिन कुछ बॉलीवुड एक्ट्रेसेस को भी इस रंगभेद से गुजरना पड़ा है।
हाल ही में शाहरुख खान की बेटी सुहाना को भी उनके सांवले रंग की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। उन्हें काली और चुड़ैल तक कहा गया जिसका सुहाना ने करारा जवाब भी दिया। बॉलीवुड में और भी एक्ट्रेसेस हैं जिन्हें अपने सांवले रंग की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा लेकिन इससे घबराए बिना उन्होंने अपना मुकाम बनाया।
प्रियंका चोपड़ा
इंटरनेशनल सेलिब्रिटी बन चुकीं प्रियंका चोपड़ा भी अपने सांवले रंग की वजह से रंगभेद की शिकार हो चुकी हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा था, मुझे रोल देने से इसलिए मना कर दिया गया था कि मैं कुछ ज्यादा ही ब्राउन हूं। रंगभेद से निपटने का तरीका एक ही है कि अपने काम से खुद को इतना प्रूफ कर दें कि सामने वाला आपके साथ टेबल पर बैठने को राजी हो जाए। मैं अपने देश में भी अपने काम के दम पर ही टिकी थी। मेरा काम बोलता है।
इसके अलावा बचपन में जब प्रियंका जब अमेरिका में पढ़ाई करने गई थीं तब भी उन्हें रंगभेद का शिकार होना पड़ा था। प्रियंका ने कहा था, 'जब मैं 12 साल की थी तो अमेरिका में स्कूली पढ़ाई के लिए गई थी। सब मुझे ब्राउनी कहकर बुलाते थे। मैंने जिंदगी में बहुत नस्लभेद सहा है। वो कहते थे कि हम भारतीय सिर हिलाकर बात करते हैं। हमारा मजाक उड़ाया जाता है। हम घर पर जो खाना बनाते हैं, उस खाने की महक का मजाक उड़ाया जाता है। इन्हीं तानों से तंग आकर मैंने अमेरिका छोड़ा और भारत आ गई।
बिपाशा बसु
बिपाशा बसु को भी सांवले रंग की वजह से बचपन से ही ताने सुनने को मिले। इसका जिक्र उन्होंने सोशल मीडिया पर किया था। बिपाशा ने लिखा था, 'जब मैं बड़ी हो रही थी तो मैंने अक्सर सुना कि मैं काली और सांवली हूं। जबकि मेरी मां भी डस्की ब्यूटी थीं और मैं काफी हद तक उनकी तरह ही लगती थी। मुझे कभी पता नहीं चला कि मेरे रिश्तेदार इस बारे में चर्चा क्यों करते थे'।
जब में 15,16 साल की थी तब मॉडलिंग शुरू की। मैंने सुपरमॉडल कॉन्टेस्ट जीता था। हर न्यूजपेपर में खबर थी कि कोलकाता की सांवली लड़की विनर बनी। मैंने फिर सोचा कि मेरे नाम का पहला विश्लेषण सांवली क्यों है। फिर मैं न्यूयॉर्क और पेरिस गई मॉडलिंग करने के लिए और मुझे एहसास हुआ कि मेरे स्किन कलर के लिए मुझे यहां ज्यादा काम और ध्यान मिलता है। ये मेरी अलग खोज थी।
जब मैं वापस आई तो मुझे फिल्म के ऑफर मिलना शुरू हुए। आखिरकार मैंने अपनी पहली फिल्म की, मैं इंडस्ट्री से पूरी तरह अजनबी थी। अचानक ही मुझे अपना लिया गया और पसंद किया गया। मगर विश्लेषण जुड़ा रहा। सांवली लड़की ने अपनी डेब्यू फिल्म से ऑडियंस को इंप्रेस किया। मेरे ज्यादातर आर्टिकल में मैंने जितना काम किया उससे ज्यादा चर्चा मेरे रंग की थी। मैं इसे नहीं समझ पाई। मेरे ख्याल से सेक्सी एक पर्सनालिटी है ना कि रंग। क्यों मेरे सांवलेपन के चलते मुझे बाकी एक्ट्रेस से अलग समझा गया। मुझे ज्यादा फर्क नहीं समझ आता मगर लोग बनाते हैं।
यहां एक मानसिकता है खूबसूरती की और कैसे एक एक्ट्रेस को दिखना और बिहेव करना चाहिए। मगर मैं अलग थी। इसने मुझे कभी वो करने से नहीं रोका जो मुझे पसंद है। मैं कॉन्फिडेंट थी जो मैं बचपन से हूं। मेरा स्किन कलर मुझे डिफाइन नहीं करता। मुझे ये पसंद है और मैं इसे नहीं बदलना चाहती।
रेखा
रेखा शुरुआती दिनों में सांवली और मोटी हुआ करती थीं। बॉलीवुड में रेखा को 1970 में फिल्म 'सावन भादो ' में पहला ब्रेक मिला लेकिन उन्हें अपने सांवले रंग के कारण काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी जिसके बाद रेखा ने अपने लुक्स में जबरदस्त बदलाव किया। कहा जाता है कि इसके लिए उन्होंने स्किन लाइटनिंग ट्रीटमेंट लिया था। रेखा आज भी अपने समय की अभिनेत्रियों में सबसे ग्लैमरस और खूबसूरत नजर आती हैं।
नंदिता दास
फायर जैसी बेहतरीन फिल्म में नजर आ चुकीं नंदिता भी अपने सांवले रंग के चलते परेशान रहीं। उन्हें इसी वजह से कई प्रोजेक्ट्स से हाथ धोना पड़ा।
नंदिता दास ने एक बार कहा था, 'हम अक्सर रंगभेद का शिकार होते रहते हैं। लोग कहते रहते हैं कि वह गोरी है। जैसे कि डार्क स्किन होना अच्छी बात नहीं है। फिल्मों और गानों में भी इसी बात को बढ़ावा दिया जाता है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि गानों ने भी रंगभेद को बढ़ावा देने में अपना भरपूर योगदान दिया है। अक्सर गानों के बोल गोरे रंग की ओर ही इशारा करते हैं।
गानों में कलाइयां हमेशा गोरी ही रही हैं। गोरा रंग काला न पड़ जाए, गोरे रंग पर इतना गुमान कर, गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा जैसे गीतों से लेकर चिट्टियां कलाइयां वे, जैसे कई गाने हैं, जिसे सुनकर लोगों के जेहन में खूबसूरती की परिभाषा केवल गोरा रंग होकर रह गई है।
शहाणा गोस्वामी
'रॉक ऑन', 'रा.वन','हीरोइन' जैसी फिल्मों में नजर आ चुकीं एक्ट्रेस शहाणा गोस्वामी ने भी एक इंटरव्यू के दौरान कहा था,'बॉलीवुड में मेरे जैसी सांवले रंग की लड़कियों की अपेक्षा गोरे रंग की लड़कियों को प्राथमिकता ज्यादा दी जाती है। मैं एक बार अपने सांवले रंग की वजह से एक फिल्म से बाहर निकाल दी गई थी।'
राधिका आप्टे
'पैडमैन','मांझी: द माउंटेन मैन','अंधाधुन' जैसी फिल्मों की एक्ट्रेस रह चुकीं राधिका को भी अपने सांवले रंग की वजह इंडस्ट्री में लोगों के ताने सुनने पड़े थे। कई लोगों कहा कि वह इंडस्ट्री के लायक नहीं हैं, वह कभी अभिनेत्री नहीं बन सकतीं, लेकिन राधिका ने इन बातों की परवाह नहीं की। उन्होंने आलोचकों को अपने बेहतरीन काम के जरिए जवाब दिया।
यूपी पुलिस ने हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित लड़की की मौत के बाद उसके शव को मंगलवार रात के अंधेरे में जला दिया। इस दौरान उसके परिजनों तक को नहीं मौजूद रहने दिया गया। पुलिस की इस हरकत को लेकर बॉलीवुड सेलेब्स में काफी नाराजगी है और उन्होंने सोशल मीडिया पर गुस्सा जताया है। हालांकि कंगना रनोट ने सरकार पर भरोसा जताते हुए उसी तरह का न्याय मांगा है।
इस घटना के विरोध में किए अपने ट्वीट में जावेद अख्तर ने लिखा 'उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस की बलात्कार पीड़िता के शव की अंत्येष्टि रात में 2.30 बजे कर दी। ये काम बिना अनुमति और परिवार की गैर मौजूदगी में हुआ। जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। उन्हें ये आत्मविश्वास क्यों है कि इस दुस्साहस के बाद भी वे बच जाएंगे। किसने उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त किया है।'
कंगना को सरकार पर है पूरा भरोसा
कंगना रनोट ने यूपी सरकार पर भरोसा जताते हुए लिखा, 'मुझे योगी आदित्यनाथ जी पर अटूट भरोसा है। जिस तरह प्रियंका रेड्डी के रेपिस्ट उसी जगह पर मारे गए थे, जहां उन्होंने उसका रेप किया था और उसे जिंदा जलाया था। हम भी उसी तरह का भावुक, स्वाभाविक और आवेग वाला न्याय चाहते हैं।'
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प्रकाश राज बोले- यूपी पुलिस ने क्या कर डाला
एक्टर प्रकाश राज ने लिखा, 'आह.. बेहद निराशाजनक... हम किस चीज के गवाह बन रहे हैं, यूपी पुलिस ने क्या कर डाला... योगी आदित्यनाथ।'
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फरहान ने बताया ना मिटने वाला धब्बा
फरहान अख्तर ने लिखा, '#हाथरस की घटना इस राष्ट्र के ताने-बाने पर हमेशा धब्बे की तरह रहेगी। उन सभी लोगों पर शर्म आती है जो ऐसे अपराधों को अंजाम देने वाले लोगों का बचाव करते हैं और इसे कवर करते हैं। पहले से ही टूटे और दुखी परिवार की बेटी को अंतिम संस्कार भी नहीं करने देना बिल्कुल बर्बर है। इंसानियत मर चुकी है।'
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नगमा बोलीं- अंतिम संस्कार भी नहीं होने दिया
नगमा ने लिखा, 'उन्होंने परिवार पर अंत्येष्टि के लिए दबाव बनाया। योगी आदित्यनाथ ने पर्दा डालने की हर संभव कोशिश की। पुलिस से देर रात 2.45 बजे लड़की के शव को जलवा दिया। उन्होंने हमारे देश की बेटी का हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक एक सम्मानीय अंतिम संस्कार भी नहीं होने दिया।'
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उर्मिला ने कहा ये अमानवीय है
उर्मिला मातोंडकर ने लिखा, 'जब कोई महिलाओं के दुख को बेचकर सत्ता में आता है, और हाथरस की घटना पर पूरी तरह चुप रहता है। ये अमानवीयता से भी परे है। #मीडिया सर्कस चुप #वुमन राइट्स एक्टिविस्ट्स गायब नए भारत का चुनिंदा न्याय?'
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प्रीति जिंटा ने कड़ी सजा देने की मांग की
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गौहर खान ने इसे गुंडाराज बताया
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ये है पूरा मामला
14 सितंबर को गैंगरेप की शिकार हुई दलित लड़की ने मंगलवार तड़के इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस लड़की का शव लेकर मंगलवार रात 12:50 बजे उसके पैतृक गांव पहुंची, लेकिन घरवालों को लाश नहीं सौंपी। आखिरी बार बेटी का चेहरा देखने के लिए माता-पिता और भाई तड़प उठे, लेकिन परिवार वालों की एक नहीं सुनी गई और रात 2:30 बजे शव जला दिया।
पुलिस पर आरोप है कि अंतिम संस्कार के दौरान पीड़ित परिवार के एक भी सदस्य को मौजूद नहीं रहने दिया, बल्कि पुलिस ने खुद ही लाश जला दी।
कम्प्यूटर मैन्युफैक्चरर कंपनी लेनोवो ने अपनी थिंकबुक सीरीज के कई लैपटॉप लॉन्च कर दिए हैं। हालांकि, अभी इन्हें भारतीय बाजार में लॉन्च नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द यहां लॉन्च किया जाएगा। इन लैपटॉप में मॉडल थिंकबुक 15 जेन 2, थिंकबुक 14 जेन 2, थिंकबुक 13s जेन 2, थिंकबुक 15p और थिंकबुक 14s योगा है। थिंकबुक 15 जेन 2, थिंकबुक 14 जेन 2 और थिंकबुक 13s जेन 2 में 11th जनरेशन इंटेल कोर और AMD रेजेन 4000 प्रोसेसर ऑप्शन दिए हैं। साथ ही कंपनी ने थिंकपैड E14 जेन 2 और थिंकपैड E15 जेन 2 भी उतारे हैं।
लेनोवो थिंकबुक, थिंकपैड की कीमतें
मॉडल
कीमत
थिंकबुक 15 जेन 2
$569 (करीब 42,000 रुपए)
थिंकबुक 14 जेन 2
$569 (करीब 42,000 रुपए)
थिंकबुक 15 जेन 2 (AMD)
$549 (करीब 40,500 रुपए)
थिंकबुक 14 जेन 2 (AMD)
$549 (करीब 40,500 रुपए)
थिंकबुक 13s जेन 2
$829 (करीब 61,200 रुपए)
थिंकबुक 13s जेन 2 (AMD)
$729 (करीब 54,000 रुपए)
थिंकबुक 14s योगा
$879 (करीब 65,000 रुपए)
थिंकबुक 15p (इंटेल प्रोसेसर)
$939 (करीब 69,200 रुपए)
थिंकपैड E14 जेन 2
$699 (करीब 51,500 रुपए)
थिंकपैड E15 जेन 2
$699 (करीब 51,500 रुपए)
लेनोवो थिंकबुक 15 जेन 2 स्पेसिफिकेशन
लेनोवो थिंकबुक 15 जेन 2 अपनी सीरीज में पहला ऐसा लेपटॉप है जिसमें वायरलेस ईयरबड्स की 2 घंटे की चार्जिंग दी गई है। इसके लिए इसमें बिल्ट-इन वेरसा बाय डॉक दिया है। लैपटॉप में 15.6-इंच का फुल-HD (1,920x1,080 पिक्सल) रेजोल्यूशन डिस्प्ले दिया है, जो ऑप्शनल टच सपोर्ट के साथ आता है। इसमें 11th जनरेशन इंटेल कोर i7 या AMD रेजेन 4000 सीरीज प्रोसेसर दिया है। इसमें 40GB डुअल-चैनल DDR RAM और 1TB M.2 PCIe स्टोरेज दिया है। इसमें डॉल्बी ऑडियो स्टीरियो स्पीकर्स मिलेंगे। लैपटॉप में 60Wh की बैटरी दी है, जो 7.5 घंटे का बैकअप देती है।
लेनोवो थिंकबुक 14 जेन 2 स्पेसिफिकेशन
लैपटॉप में 14-इंच का फुल-HD (1,920x1,080 पिक्सल) रेजोल्यूशन डिस्प्ले दिया है, जो ऑप्शनल टच सपोर्ट के साथ आता है। इसमें 11th जनरेशन इंटेल कोर i7 या AMD रेजेन 4000 सीरीज प्रोसेसर दिया है। इसमें 40GB डुअल-चैनल DDR RAM और 1TB M.2 PCIe स्टोरेज दिया है। इसमें डॉल्बी ऑडियो स्टीरियो स्पीकर्स मिलेंगे। लैपटॉप में 60Wh की बैटरी दी है, जो 7.5 घंटे का बैकअप देती है।
लेनोवो थिंकबुक 13s जेन 2 स्पेसिफिकेशन
लैपटॉप में 13.3-इंच का WQXGA (2,560x1,600 पिक्सल) रेजोल्यूशन डिस्प्ले दिया है, जो ऑप्शनल टच सपोर्ट के साथ आता है। इसमें 11th जनरेशन इंटेल कोर i7 या AMD रेजेन 4000 सीरीज प्रोसेसर दिया है। इसमें 16GB LPDDR4x रैम और 1TB M.2 PCIe स्टोरेज दिया है। इसमें हरमन कंपनी के स्पीकर्स मिलेंगे। लैपटॉप में 56Wh की बैटरी दी है, जो 12 घंटे का बैकअप देती है।
लेनोवो थिंकपैड 15p स्पेसिफिकेशन
लैपटॉप में 15.3-इंच का UHD (3,840x2,160 पिक्सल) रेजोल्यूशन डिस्प्ले दिया है, जो ऑप्शनल टच सपोर्ट के साथ आता है। इसमें 10th जनरेशन इंटेल कोर i7 प्रोसेसर दिया है। इसमें 32GB DDR4 रैम और 1TB M.2 PCIe स्टोरेज दिया है। इसमें 2 वॉट के हरमन कंपनी के स्पीकर्स मिलेंगे। लैपटॉप में 57Wh की बैटरी दी है, जो 6.6 घंटे का बैकअप देती है।
लेनोवो थिंकबुक 14s योगा स्पेसिफिकेशन
इसे लैपटॉप, टैबलेट, टेंट और प्रेजेंट मोड में इस्तेमाल किया जा सकता है। लैपटॉप में 14-इंच का फुल-HD (1,920x1,080 पिक्सल) रेजोल्यूशन टच डिस्प्ले दिया है। ये कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास प्रोटेक्शन के साथ आता है। इसमें 11th जनरेशन इंटेल कोर i7 प्रोसेसर दिया है। इसमें 40GB DDR4 रैम और 1TB M.2 PCIe स्टोरेज दिया है। इसमें हरमन कंपनी के स्पीकर्स मिलेंगे। लैपटॉप में 60Wh की बैटरी दी है, जो 8.6 घंटे का बैकअप देती है। ये लैपटॉप 360 डिग्री तक घुमाया जा सकता है।
लेनोवो थिंकपैड E14 जेन 2, थिंकपैड E15 जेन 2 स्पेसिफिकेशन
लेनोवो थिंकपैड E14 जेन 2 और थिंकपैड E15 जेन 2 में 11th जनरेशन कोर i7 प्रोसेसर के साथ 32GB DDR4 रैम और 2TB PCIe डुअल SSD स्टोरेज दिया है। इसमें 45Wh की बैटरी दी है, जो 9 घंटे का बैकअप देती है। थिंकपैड E14 जेन 2 में 14-इंच फुल-HD IPS टचस्क्रीन पैनल और थिंकपैड E15 जेन 2 में 15.6-इंच IPS डिस्प्ले दिया है, जो ऑप्शनल टच सपोर्ट के साथ दिया है।
किआ सेल्टोस के आने के बाद कई वाहन निर्माताओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हुंडई क्रेटा ने हर महीने औसत 10 हजार युनिट बिक्री का टोन सेट कर रखा था और यह सिनारियो तब तक लंबे समय तक नहीं बदला जब तक कि सेल्टोस ने बाजार में कदम नहीं रखा था।
आने वाले वर्षों में सेगमेंट और अधिक प्रतिस्पर्धी होने वाला है क्योंकि कई कार निर्माता इसमें हाथ आजमाने की कोशिश कर रहे हैं। अगले कुछ वर्षों में स्कोडा, फोर्ड, महिंद्रा, फॉक्सवैगन, होंडा, मारुति सुजुकी, टोयोटा, और जीप मैदान में एंट्री करने वाले हैं। अगर आप भी एक मिड-साइज एसयूवी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर साबित हो सकता है क्योंकि अगले 18 महीने में ये 7 मिड-साइज एसयूवी भारतीय बाजार में दस्तक देने वाली हैं। नीचे देखें लिस्ट...
1. स्कोडा कामिक (Skoda Kamiq)
प्रतीकात्मक फोटो (क्रेडिट-गूगल)
कामिक विश्व स्तर पर स्कोडा की सबसे छोटी एसयूवी है और ग्लोबल मार्केट में एंट्री करने के बाद से ही इसकी शुरुआत काफी अच्छी रही। पिछले कुछ महीनों में कई ऑटो कंपनियों को CBU प्रोडक्ट के जरिए होमोलोगेशन नियमों में छूट का लाभ उठाते हुए देखा है। फॉक्सवैगन T-Roc और स्कोडा कारोक इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
इसी तरह से, कंपनी भारत में कामिक के टॉप-स्पेक संस्करण को लॉन्च कर सकती है। उम्मीद की जा रही है कि इसमें 12.3 इंच के डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, लेन कीपिंग असिस्ट, एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग जैसे फीचर्स मिल सकते हैं।
2. फोर्ड-महिंद्रा एसयूवी (Ford-Mahindra SUV)
प्रतीकात्मक फोटो (क्रेडिट-गूगल)
फोर्ड और महिंद्रा ने पिछले साल के अंत में एक जॉइंट-वेंचर पर हस्ताक्षर किए और इस पार्टनरशिप से निकलने वाला पहला प्रोडक्ट एक सी-सेगमेंट एसयूवी होगी। दोनों कंपनियां कथित तौर पर 9 एसयूवी पर काम कर रही हैं। फोर्ड सी-एसयूवी नेक्स्ट-जनरेशन XUV500 पर आधारित होगी, एक मिड-साइज एसयूवी भी पाइपलाइन में है।
महिंद्रा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में फोर्ड वाहनों में उपयोग के लिए इंजनों की आपूर्ति करने के लिए भी तैयार है और आगामी मिड-साइज डुओ को 1.5-लीटर mStallion पेट्रोल और डीजल इंजन द्वारा संचालित किया जा सकता है। महिंद्रा वर्जन को XUV400 नाम दिया जा सकता है क्योंकि यह XUV300 और XUV500 के बीच स्लॉट होगी, जबकि फोर्ड की मिड-साइज एसयूवी 2021 के अंत में आ सकती है।
3. मारुति-टोयोटा एसयूवी (Maruti-Toyota SUV)
प्रतीकात्मक फोटो (क्रेडिट-गूगल)
सुजुकी और टोयोटा के बीच साझेदारी वास्तव में 2017 के बाद से फल-फूल रही है। इस पार्टनरशिप के अंतर्गत पहला प्रोडक्ट रीबैज्ड बलेनो थी, जिसने टोयोटा ग्लैंजा नाम से उतारा गया था और इसके बाद विटारा ब्रेजा का रीबैज्ड वर्जन आया, जिसे अर्बन क्रूजर नाम दिया गया।
दोनों ब्रांड अपने लाभ के लिए एक दूसरे की ताकत का उपयोग कर रहे हैं और इलेक्ट्रिफिकेशन उनके रिश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कहा जाता है कि विटारा ब्रेजा के ग्लोबल सी-प्लेटफॉर्म बेस्ड मिड-साइज एसयूवी सहित कई नए वाहनों को पाइपलाइन में रखा गया है।
यह संभवतः 2022 में डेब्यू करेंगी और इसी साल के दौरान एक टोयोटा वैरिएंट भी आ सकता है। रीबैज्ड मॉडल के विपरीत, दोनों मिड-साइज एसयूवी के यूनिक फीचर्स होंगे और अलग-अलग एक्सटीरियर होगा।
4. फॉक्सवैगन टाइगून (VW Taigun)
स्कोडा विजन इन बेस्ड मिड-साइज एसयूवी के 2021 की शुरुआत में आने की उम्मीद है, और इसके कुछ महीने बाद टाइगून के लॉन्च होने की उम्मीद है। इसमें विजन-इन बेस्ड प्रोडक्शन एसयूवी जैसा पॉवरट्रेन, मैकेनिकल और इंटीरियर देखने को मिल सकता है।
भारत में इसकी कीमत 9.99 लाख रुपए से 16 लाख रुपए के बीच होने की संभावना है। यह हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस समेत कई मिड-साइज एसयूवी को चुनौती देगी। इंटीरियर को अप-मार्केट फीचर्स के साथ पैक किया जाएगा और फॉक्सवैगन के ट्रेडमार्क फिट और फिनिश से साथ आएगी।
5. जीप एसयूवी (Jeep SUV)
प्रतीकात्मक फोटो (क्रेडिट-गूगल)
जीप इंडिया की नजर अगले साल के शुरुआत में लॉन्च होने वाले कंपास फेसलिफ्ट पर है। यह कंपास पर बेस्ड थ्री-रो प्रीमियम एसयूवी होगी। सात सीटों वाली एसयूवी लाइनअप को मजबूत करेगी और कंपास के नीचे एक कॉम्पैक्ट एसयूवी स्लॉटिंग भी 2021 के अंत में या 2022 में आ जाएगी।
मिड-साइज के साथ-साथ ऑफ-रोड बेस्ड प्रीमियम एसयूवी ऐसे खरीदारों को लुभाने में कामयाब हो सकती है जो टॉप-स्पेक मॉडल खरीदना चाहते हैं। इसका सीधा मुकाबला मारुति सुजुकी जिम्नी, महिंद्रा थार और नेक्स्ट-जनरेशन फोर्स गुरखा से होगा। इसका अप-मार्केट रुख संभावित रूप से क्रेटा और सेल्टोस को भी टक्कर देने में मदद करेगा।
6. स्कोडा विजन-इन (Skoda Vision IN )
प्रतीकात्मक फोटो (क्रेडिट-गूगल)
इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट द्वारा स्कोडा ऑटो इंडिया का पहला प्रोडक्ट एक मिड-साइज एसयूवी है। 2020 ऑटो एक्सपो में दिखाए गए विजन इन कॉन्सेप्ट के आधार पर, इसके प्रोडक्शन मॉडल का डिजाइन स्कोडा कामिक के तरह होगा। यह हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, टाटा हैरियर और निसान किक्स को चुनौती देगा।
यह MQB A0 IN प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होगा, यह 5-सीटर फॉक्सवैगन टाइगून से मिलता-जुलता होगा। यह कम से कम शुरुआत में कम क्षमता वाले टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया जाएगा, जो वायरलेस चार्जर, डिजिटल इंस्ट्रूमेंटेशन, एचयूडी, कनेक्टेड इंटरफेस के साथ एक बड़ी टचस्क्रीन जैसे फीचर्स से लैस होगा।
7. होंडा ZR-V (Honda ZR-V)
प्रतीकात्मक फोटो (क्रेडिट-गूगल)
होंडा ने हाल ही में ZR-V नेमप्लेट के लिए कॉपीराइट लागू किए हैं, जिससे हिंट मिलता है कि कंपनी एक प्रीमियम एसयूवी पर काम कर रही है। कंपनी ने आर्थिक समस्याओं के कारण एचआर-वी की भारत में लॉन्चिंग को टाल दिया है, हो सकता है कि होंडा घरेलू लाइनअप में डब्ल्यूआर-वी के ऊपर एक मिड-साइज एसयूवी ला सकती है और इसे अगले साल या 2022 में लॉन्च किया जा सकता है।
यह हाल ही में लॉन्च हुई 5th जनरेशन सिटी पर बेस्ड होगी और इनके बीच 1.5-लीटर i-VTEC पेट्रोल और 1.5-लीटर i-DTEC डीजल इंजन शेयर किए जा सकते हैं। होंडा की भारत में एक प्रीमियम अपील है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इसमें कनेक्टेड फीचर और इंफोटेनमेंट के लिए बड़ा टचस्क्रीन, वायरलेस चार्जिंग, पैनोरमिक सनरूफ मिल सकता है।