पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी आसिफा भी सियासत में आ गई हैं। आसिफा ने सोमवार को मुल्तान में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की रैली में भाषण दिया। आसिफा ने कहा- अब वक्त आ गया है, जब मुल्क की सत्ता पर काबिज सिलेक्टेड सरकार को घर भेजा जाए। हम सब इमरान को इलेक्टेड नहीं बल्कि, सिलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर मानते हैं।
आसिफा के भाई बिलावल भुट्टो जरदारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन हैं। उन्हें पिछले हफ्ते कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। माना जा रहा है कि भाई की मदद के लिए ही आसिफा पहली बार किसी सियासी रैली में एक्टिव नजर आईं।
इमरान नहीं रोक पाए रैली
मुल्तान में सोमवार को हुई इस रैली को रोकने के लिए इमरान खान सरकार ने खूब ताकत झोंकी। रैली स्थल से कई किलोमीटर पहले ही बैरिकेड और कंटेनर्स लगा दिए गए। इसके बावजूद हजारों कार्यकर्ता रैली स्थल पर पहुंच गए। कई विपक्षी नेताओं को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम और जमात-ए-इस्लाम के नेता मौलाना फजल-उर-रहमान भी इस रैली में शामिल हुए। PDM में कुल 11 विपक्षी पार्टियां हैं।
गलतफहमी में हैं इमरान
रैली में आसिफा ने कहा- इस्लामाबाद में बैठी सरकार इस गलतफहमी में है कि वो अपोजिशन को दबा लेगी। हम हर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाएंगे। इमरान को एक ही मैसेज है- आपका वक्त खत्म हो गया है। अब बोरिया बिस्तर बांधकर रवाना हो जाइए। मेरी मां ने मुल्क के लिए कुर्बानी दी। पिता आज भी संघर्ष कर रहे हैं।
आसिफा ने इमरान को चेतावनी देते हुए कहा- उनको लगता है कि हम लोग गिरफ्तारियों और जुल्मों डर जाएंगे। अगर वे हमारे भाईयों को गिरफ्तार करेंगे तो हम बहनें सरकार से मुकाबला करेंगे।
परिवार में सबसे छोटी हैं आसिफा
आसिफ अली जरदारी और बेनजीर के तीन बच्चे हैं। 27 साल की आसिफा सबसे छोटी हैं। उनकी पूरी एजुकेशन ब्रिटेन में हुई। आसिफा की बड़ी बहन बख्तावर की हाल ही में लंदन के बिजनेसमैन से शादी हुई है। भाई बिलावल पीपीपी के चेयरमैन हैं। पिता राष्ट्रपति रह चुके हैं। मां बेनजीर की 27 दिसंबर 2007 को हुए एक फिदायीन हमले में मौत हो गई थी।
कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को घर भेजने से लेकर दूसरे जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे रहे सोनू सूद की मानें तो उनका अगला मिशन बुजुर्गों के घुटनों का रिप्लेसमेंट करवाना है। 2021 में वे इसे अपनी प्राथमिकता पर लेकर चल रहे हैं। सोनू के मुताबिक, उन्हें लगता है कि मेडिकल फील्ड में इस एरिया को नजरअंदाज किया गया है।
घुटनों के ट्रांसप्लांट को लेकर सोनू का लॉजिक
स्पॉटब्वॉय से बातचीत में सोनू ने कहा, "ऐसा महसूस किया जाता है कि बुजुर्गों को तब तक मेडिकल देखभाल की जरूरत नहीं होती, जब तक कि उन्हें कोई खतरनाक बीमारी न हो। लोग मुझसे कहते हैं कि जब उन्हीं संसाधनों का इस्तेमाल बच्चों के दिल के ऑपरेशन के लिए कर सकते हैं तो बुजुर्गों के घुटनों के रिप्लेसमेंट पर ध्यान क्यों दें? लेकिन मेरा लॉजिक सिम्पल-सा है कि जब आप बच्चे थे तो आपके पैरेंट्स ने आपको चलना सिखाया था। अब यह सुनिश्चित करना आपका काम है कि वे चल सकें।"
'पैरेंट्स ही बच्चों को सर्जरी कराने से रोकते हैं'
सोनू को लगता है कि बुजुर्गों को अक्सर उनकी दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। वे कहते हैं, "ऐसा नहीं है कि सभी बच्चे अपने पैरेंट्स की जरूरतों को लेकर असंवेदनशील हैं। जब उनके पैरेंट्स को उनके घुटने की सर्जरी की जरूरत होती है, तब वे आगे आते हैं। वे पैरेंट्स होते हैं, जो अक्सर अपने बच्चों को घुटनों की सर्जरी पर पैसा खर्च करने से रोकते हैं। इस तरह से बुजुर्गों की उपेक्षा होती है।"
सोनू ने आगे कहा, "मैं बुजुर्गों की सर्जरी कराना चाहता हूं। ताकि उन्हें ऐसा महसूस न हो कि वे समाज का बेकार और उपेक्षित हिस्सा हैं। 2021 में घुटनों का ट्रांसप्लांट मैं अपनी प्राथमिकता में चाहता हूं।"
भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का इस साल खराब फॉर्म जारी है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले 2 वनडे में उन्हें विकेट के लिए जूझना पड़ा है। पूर्व तेज गेंदबाज मनोज प्रभाकर ने कहा कि बुमराह फिलहाल चोट से लौटे हैं और उन्हें फिर से चोट लगने का डर हो सकता है। इस वजह से भी कभी-कभी बॉलर्स की परफॉर्मेंस बिगड़ जाती है।
एकबार चोट लगने के बाद फिर से चोट लगने का डर
प्रभाकर ने कहा, 'जब आप चोट से रिकवर होकर क्रिकेट में वापसी करते हैं, तो आपके अंदर ऐसी मनोवैज्ञानिक स्थिति बन जाती है कि कहीं आपको फिर से चोट न लग जाए। आप डरते हैं और ज्यादा सावधान हो जाते हैं। मुझे नहीं पता बुमराह के साथ ऐसी स्थिति है या नहीं।'
ऑस्ट्रेलिया में बॉलिंग लेंथ एडजस्ट करना सबसे मुश्किल
प्रभाकर ने कहा, 'सभी गेंदबाज के साथ ऐसा होता है। मेरे साथ भी इसी तरह की स्थिति बनी थी। मुझे फॉर्म में वापस आने में एक साल लग गया था। जब भी गेंदबाज के मन से डर वाली बात हट जाती है, तब वह फॉर्म में लौट आता है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में बॉलिंग लेंथ एडजस्ट करना सबसे ज्यादा मुश्किल है।'
प्रभाकर ने कहा, 'जब मैं ऑस्ट्रेलिया टूर पर पहुंचा था। मुझे लगा कि मेरी कुछ बॉल जो भारत के पिच पर स्टंप पर जाकर लगती थी, वो ऑस्ट्रेलिया में स्टंप के ऊपर से निकल जाती थी। मैंने इसपर काफी प्रैक्टिस की और अपने लेंथ को एडजस्ट किया। मैं काफी जल्दी इससे उबर गया था।'
वनडे की तुलना में टी-20 में बॉलिंग करना आसान
इससे पहले पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने कहा था कि वनडे की तुलना में टी-20 में बॉलिंग करना ज्यादा आसान है। उन्होंने कहा, '50 ओवर में बैट्समैन के पास समय होता है। वे एडजस्ट कर सकते हैं। आप 4 से 5 ओवर बिन स्कोर किए निकाल सकते हैं। वहीं, टी-20 में बैट्समैन को हर बॉल को हिट करना होता है।'
IPL में सेकंड हाईएस्ट विकेट टेकर
ऑस्ट्रेलिया ने भी बुमराह के खिलाफ यही रणनीति अपनाई है। कोई भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बुमराह के खिलाफ रिस्क नहीं ले रहा है। सभी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उन्हें संभल के खेल रहे हैं। जबकि इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में मुंबई इंडियंस से खेलने वाले बुमराह ने 27 विकेट लिए थे और टूर्नामेंट के सेकंड हाईएस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 वनडे में हुई धुनाई
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले 2 मैच में 2 विकेट लिए हैं। उन्होंने पहले वनडे में 10 ओवर में 73 रन और दूसरे वनडे में 79 रन दिए थे। पहले वनडे में उन्होंने पावर-प्ले के दौरान ओपनिंग स्पेल में 4 ओवर में 23 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया था। जबकि दूसरे वनडे में उन्हें ओपनिंग स्पेल में सिर्फ 2 ओवर मिला, जिसमें उन्होंने 9 रन दिए और कोई विकेट नहीं मिला।
बैक इंज्युरी के कारण 2019 के सेकंड हाफ में नहीं खेले थे
बुमराह ने 2018 में 13 वनडे मैच में 16.64 की औसत से 22 विकेट लिए थे। 2019 में उन्होंने 14 वनडे मैच में 24.60 की औसत से 25 विकेट लिए थे। 2019 के दूसरे हाफ में वे लोअर बैक की इंज्युरी के कारण इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हो गए थे।
बुमराह का 2020 में खराब प्रदर्शन
इस साल जनवरी में वापसी के बाद से उन्होंने 8 वनडे मैच में सिर्फ 3 विकेट लिए हैं। बुमराह को 2020 में एक विकेट के लिए 152 गेंद फेंकनी पड़ी है। वहीं एक विकेट के लिए उन्होंने 146 रन दिए हैं। पिछले साल के स्ट्राइक रेट और औसत की तुलना में ये कहीं ज्यादा हैं।
किसान आंदोलन को लेकर एक्ट्रेस कंगना रनोट और सिंगर जसबीर जस्सी सोशल मीडिया पर आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल, कंगना ने अपनी एक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया था और किसान आंदोलन की तुलना शाहीन बाग़ से करते हुए लिखा था कि शाहीन बाग में खून की नदियां बहाने वाले भी जानते थे कि उनकी नागरिकता कोई नहीं छीन रहा। जिसे लेकर जस्सी ने उनके लिए चापलूस और बेशर्म जैसे शब्द इस्तेमाल किए।
कंगना रनोट की पोस्ट
जस्सी ने क्या लिखा?
जस्सी को कंगना का जवाब
कंगना ने जस्सी की पोस्ट पर जवाब देते हुए उनसे पूछा कि उन्हें इतना गुस्सा क्यों आता है? इतना ही एक्ट्रेस ने कृषि बिल को किसानों के हित में बताया और जस्सी से पूछा है, "मैं किसानों के हक की बात कर रही हूं। आप किसके हक की बात कर रहे हैं?"
हिमांशी खुराना भी कंगना पर भड़कीं
किसान आंदोलन पर सरकार का पक्ष लेने के लिए 'बिग बॉस 13' की कंटेस्टेंट रहीं हिमांशी खुराना ने भी कंगना रनोट को फटकार लगाई। दरअसल, अपनी एक पोस्ट में कंगना ने किसान आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला को शाहीन बाग की दादी बताया था और कहा था कि वह 100 रुपए में उपलब्ध है।
इसी पोस्ट पर जवाबी हमला करते हुए हिमांशी ने लिखा, "अगर बुजुर्ग औरत ने पैसे लिए हैं भीड़ में शामिल होने के...आपने कितने पैसे लिए सरकार का बचाव करने के?"
क्या है मामला?
केंद्र के तीनों नए कृषि बिलों के खिलाफ पंजाब में तो प्रदर्शन पहले से चल रहा था, लेकिन 6 दिन पहले पंजाब-हरियाणा के किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया। किसानों से 3 दिसंबर को बातचीत करने पर अड़ी सरकार ने सोमवार को जिद छोड़ दी और 1 दिसंबर को 32 किसान संगठनों के नेताओं को बातचीत के लिए विज्ञान भवन बुलाया। (पढ़ें पूरी खबर)
स्टेफनी फ्रेपर्ट इटैलियन क्लब युवेंटस और डायनमो कीव के बीच बुधवार को होने वाले UEFA चैम्पियंस लीग मैच में ऑफिशिएट करेंगी। वे UEFA चैम्पियंस लीग में ऑफिशिएट करने वाली पहली महिला रेफरी बन जाएंगी। वे UEFA के किसी भी मेन्स कॉम्पिटिशन को ऑफिशिएट करने वाली पहली महिला रेफरी भी हैं। वे 2019 वुमन्स वर्ल्ड कप फाइनल में भी रेफरी रह चुकीं हैं।
UEFA के मेन्स कॉम्पिटिशन को ऑफिशिएट करने वाली पहली महिला
इससे पहले फ्रेपर्ट लिवरपूल और चेल्सी के बीच पिछले साल हुए UEFA यूरोपा लीग फाइनल में भी रेफरी बनी थीं। मैच से पहले फेपर्ट ने मेन्स और वुमन्स फुटबॉल के बीच ज्यादा अंतर नहीं बताया था। सुपर कप फाइनल से पहले फ्रेपर्ट ने कहा था, मुझे लगता है ज्यादा अंतर नहीं है।
UEFA सुपर कप से पहले दिया था बयान
फ्रेपर्ट ने कहा, ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा गेम फुटबॉल दोनों में कॉमन है। मेन्स और वुमन्स फुटबॉल में रूल भी सेम हैं। इसलिए मैं वुमन्स लीग के ही एक्सपीरियंस का मेन्स फुटबॉल में भी इस्तेमाल करूंगी।
2019 वुमन्स वर्ल्ड कप फाइनल मैच में रेफरी थीं फ्रेपर्ट
फ्रेपर्ट 2019 में यूनाइटेड स्टेट्स और नीदरलैंड्स के बीच हुए फीफा वुमन्स वर्ल्ड कप फाइनल में भी रेफरी बनी थीं। साथ ही अक्टूबर में उन्होंने यूरोपा लीग में लीसेस्टर सिटी और जोर्या लुहांस्क के बीच हुए मैच को भी ऑफिशिएट किया था। साथ ही पिछले हफ्ते वे ग्रेनाडा और ओमोनोइया निकोसिया के बीच हुए मैच में भी रेफरी बनी थीं।
फ्रेपर्ट (बाएं से दूसरी) 2019 में यूनाइटेड स्टेट्स और नीदरलैंड्स के बीच हुए फीफा वुमन्स वर्ल्ड कप फाइनल में भी रेफरी बनी थीं।
लिवरपूल के मैनेजर कर चुके हैं तारीफ
पिछले साल हुए सुपर कप मैच के बाद लिवरपूल के मैनेजर जुर्गेन क्लोप्प भी फ्रेपर्ट की तारीफ कर चुके हैं। क्लोप्प ने कहा था, मैंने रेफरी की टीम से बातचीत की। उन्होंने शानदार तरीके से मैच को ऑफिशिएट किया। उनपर काफी प्रेशर था, लेकिन वे कूल और कंपोज्ड थे। मैं उनका सम्मान करता हूं।
युवेंटस चैम्पियंस लीग के प्री-क्वार्टर में पहुंचा
बता दें कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो की युवेंटस और डायनमो कीव की बीच बुधवार रात को मैच खेला जाएगा। युवेंटस पहले ही UEFA चैम्पियंस लीग के अंतिम-16 में पहुंच चुका है। वे ग्रुप-G में बार्सिलोना (12 पॉइंट्स) के बाद दूसरे नंबर पर हैं। युवेंटस के 4 मैच में 9 पॉइंट्स हैं। जबकि डायनमो कीव के 4 मैच में 1 पॉइंट है।
अरब देशों और इजराइल के बीच अमन बहाली की कोशिश कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को एक और कामयाबी मिली है। सऊदी अरब ने इजराइल के सिविलियन एयक्राफ्ट्स को अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। मंगलवार से तेल अवीव और दुबई के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स शुरू होंगी। ये सभी उड़ानें सऊदी अरब के हवाई क्षेत्र से गुजरेंगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फैसले से लाखों लोगों को फायदा होगा। तेल अवीव से कई देशों की फ्लाइट्स में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के 3 से 8 घंटे तक बचेंगे। इससे भारतीयों को भी फायदा होगा।
चंद घंटे में फैसला
इजराइल के अखबार ‘यरूशलम पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एडवाइजर जेरार्ड कुश्नर ने सोमवार को सऊदी अरब के प्रिंस सलमान से रियाद में लंबी बातचीत की। इसके कुछ घंटे बाद ही सऊदी सरकार ने इजराइली एयरक्राफ्ट्स को अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। मंगलवार से यह समझौता लागू भी हो गया। यानी चंद घंटे बाद ही यह समझौता लागू कर दिया गया।
तेल अवीव से दुबई
अब तक इजराइल से यूएई या यूएई से इजराइल जाने वाली इजराइली फ्लाइट्स दूसरे रास्तों से जातीं थीं। इसमें वक्त और पैसा दोनों ज्यादा लगते थे। अब यही फ्लाइट्स सीधी जाएंगी। तेल अवीव से दुबई के बीच भी डायरेक्ट फ्लाइट्स होंगी। इजराइल के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर मिरि रेगेव ने सऊदी अरब के फैसले का स्वागत किया। मैं उम्मीद करता हूं कि अब इस मामले में कोई दिक्कत नहीं आएगी। माना जा रहा है कि दिसंबर में हजारों इजराइली नए साल के मौके पर दुबई और अबुधाबी जाएंगे।
कुश्नर ने सितंबर में ही संकेत दिए थे कि सऊदी अरब जल्द इजराइल के सिविलियन एयरक्राफ्ट्स को अपने एयसस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी दे सकता है। उन्होंने कहा था- इससे पैसेंजर्स के 3 घंटे तक बचेंगे।
अब क्या होगा
मंगलवार से समझौता लागू हो गया। ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, अलग-अलग देशों से इजराइल या यूएई जाने वाले लोगों के अब 1 से लेकर 8 घंटे तक बचेंगे। इजराइल से भारत और चीन के बीच यात्रा करने वालों लोगों को काफी फायदा होगा। उनका पैसा और वक्त दोनों कम लगेंगे।
प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने भारतीय मूल के अमेरिकी माजू वर्गीस को अपने शपथ ग्रहण (इनॉगरेशन डे) का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अपॉइंट किया। माजू पूरे इलेक्शन कैम्पेन के दौरान बाइडेन और वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस के साथ रहे। वे डेमोक्रेटिक पार्टी से लंबे वक्त से जुड़े हैं। अब उनको इनॉगरेशन डे की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अमेरिका में शपथ ग्रहण समारोह को इनॉगरेशन डे कहा जाता है। 20 जनवरी को बाइडेन राष्ट्रपति और कमला हैरिस उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
एक और अहम जिम्मेदारी
माजू के नाम का ऐलान सोमवार रात किया गया। सोमवार को ही नीरा टंडन को ऑफिस मैनेजमेंट एंड बजट का डायरेक्टर अपॉइंट किया गया था। बाइडेन और माजू डेमोक्रेटिक पार्टी में पहले भी साथ काम कर चुके हैं। बाइडेन जब ओबामा के दौर में वाइस प्रेसिडेंट थे तब माजू उनके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और सीनियर एडवाइजर थे।
कैम्पेन के लिए फंड भी जुटाया
इलेक्शन कैम्पेन के दौरान माजू हजारों लोगों और डेमोक्रेटिक वॉलेंटियर्स से जुड़े और लाखों डॉलर का फंड जुटाया। सिर्फ बाइडेन ही नहीं बल्कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के भी स्पेशल असिस्टेंट रह चुके हैं। वे व्हाइट हाउस में डिप्टी डायरेक्टर ऑफ एडवांस भी रह चुके हैं। तब वे ओबामा की देश और विदेश यात्राओं का मैनेजमेंट देखते थे।
2015 में जब बराक भारत यात्रा पर आए थे तब माजू ने ही इसे ऑर्गनाइज किया था। बाद में उन्होंने व्हाइट हाउस मैनेजमेंट से जुड़े काम भी देखे।
इस बार चुनौती ज्यादा बड़ी
बाइडेन और हैरिस का इनॉगरेशन डे 20 जनवरी को होगा। लेकिन, कोरोनावायरस की वजह से इस बार यह काम आसान नहीं होने वाला। कुछ बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। माजू के पैरेंट्स केरल के थिरूवेल्ला के रहने वाले थे। माजू पेशे से वकील हैं।
बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान ने अमेरिकी क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्ट करने का प्लान बनाया है। वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) के बाद अब USA टी-20 लीग में भी टीम खरीदेंगे। वे लॉस एंजिलिस नाइट राइडर्स टीम के मालिक होंगे।
अमेरिका क्रिकेट इंटरप्राइजेस (ACE) ने भी नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी के इन्वेस्ट करने की पुष्टि की है। अमेरिकी टी-20 लीग में 6 टीमें होंगी। यह टीमें न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, वॉशिंगटन डीसी, शिकागो, डलास और लॉस एंजिलिस होंगी। सूत्रों के मुताबिक, यह टूर्नामेंट 2022 में शुरू होगा।
नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी ने IPL में 2 और CPL में 4 बार खिताब जीते
शाहरुख IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और CPL त्रिनिदाद एंड टोबेगो नाइट राइडर्स (TKB) टीम के मालिक हैं। KKR दो बार 2012 और 2014 में खिताब जीता है। वहीं TKB 4 बार 2020, 2018, 2017 और 2015 में CPL चैम्पियन रही है।
नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी में बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला की भी हिस्सेदारी है।
नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी को ग्लोबल तौर पर बढ़ाएंगे
हाल ही में शाहरुख ने एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘‘कुछ समय से हम नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी को ग्लोबल तौर पर बढ़ाने का मौका तलाश रहे थे। इसी के तहत हम USA में शुरू होने वाली टी-20 लीग ऑर्गनाइजर्स के संपर्क में भी थे। मैं आपको बता दूं कि दुनिया में जहां भी कोई बड़ी क्रिकेट लीग होगी, हम वहां निवेश करने के मौके तलाशेंगे।’’
अमेरिकी क्रिकेट के लिए यह लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट
ACE के को-फाउंडर्स में से एक विजय श्रीनिवासन ने क्रिकबज से कहा, ‘‘नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी इस लीग का हिस्सा बन रही है। इस बात को लेकर हम काफी उत्साहित हैं। इससे अमेरिकी क्रिकेट को फायदा और बढ़ावा मिलेगा। वे लीग के साथ शुरुआत से ही जुड़ रहे हैं। यह अच्छी बात है। उनका इन्वेस्टमेंट हमारे प्लान को भी वैलिडेट करता है। अमेरिकी क्रिकेट के लिए यह लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट है।’’
USA में क्रिकेट के लिए मार्केट बेहद अच्छा
नाइट राइडर्स के CEO वेंकी मैसूर ने पिछले साल कहा था- दुनियाभर की बड़ी स्पोर्टिंग लीग में इन्वेस्टमेंट करने का प्रस्ताव मिल रहा है। वर्ल्ड में अमेरिकी मीडिया मार्केट सबसे बड़ा है। इसमें हमें बिल्कुल ही अलग तरह के मौके मिलेंगे। USA में क्रिकेट के लिए मार्केट बेहद अच्छा है। वहां क्रिकेट को विज्ञापन के तौर पर देखने वाले कई बड़े ब्रांड्स भी हैं।
ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे सीरीज के शुरुआती दो मैच में हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली की हर तरफ आलोचना हो रही है। ऐसे में दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने उनका सपोर्ट किया। भज्जी ने कहा कि कोहली के खेल पर कप्तानी का दबाव नहीं है। वे चुनौतियां का सामना करना जानते हैं।
सीरीज के दूसरे वनडे में 390 रन के टारगेट का पीछा करते हुए कोहली ने 89 रन की पारी खेली थी। हालांकि वे टीम को जिता नहीं सके और भारत ने यह मैच 51 रन से हारकर सीरीज भी गंवा दी। इसके बाद पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कोहली की कप्तानी को सबसे खराब बताया था।
कोहली पर कोई दबाव नहीं
भज्जी ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि कोहली कप्तानी समेत किसी भी दूसरे दबाव में हैं। मैं नहीं मानता कि कोहली कप्तानी को बोझ समझते हैं। मुझे लगता है कि वे चुनौतियों को एंजॉय कर रहे हैं। वह एक लीडर है, जो सामने से टीम को लीड करते हुए युवाओं के लिए उदाहरण पेश करता है। वह टीम के लिए मैच जीतता है।’’
टीम के पास कोहली-रोहित जैसे प्लेयर हैं
हरभजन ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि कोहली की कप्तानी किसी तरह से प्रभावित हो रही है। यह जरूर है कि वह व्यक्ति आपके लिए मैच नहीं जीत सका। मैं वर्ल्ड कप के बाद भी यह बात कह चुका हूं कि आपके पास विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे प्लेयर हैं। उन्होंने खड़े रहकर टीम के लिए बड़े स्कोर बनाए हैं।’’
राहुल को बल्लेबाजी करते देखना अच्छा लगता है
उन्होंने कहा, ‘‘लोकेश राहुल को बल्लेबाजी करते देखना अच्छा लगता है, लेकिन आपके पास ऐसे भी कुछ प्लेयर होने चाहिए, जो टीम के लिए लगातार रन बनाएं। इस तरह विराट कोहली पर से कुछ दबाव हटेगा और वे बल्लेबाजी को एंजॉय कर सकेंगे।’’
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने तीनों फॉर्मेट (वनडे, टी-20, टेस्ट) टीम के कप्तान बाबर आजम पर लगे यौन शोषण के मामले पर चुप्पी साध रखी है। हाल ही में एक लड़की ने बाबर पर 10 साल तक यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। पीड़ित ने PCB से बाबर को कप्तानी से हटाने की मांग भी की थी।
इस पर PCB के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) वसीम खान ने कहा कि बाबर पाकिस्तान क्रिकेट का भविष्य हैं। वे तीनों फॉर्मेट के कप्तान बने रहेंगे।
बाबर टीम की कमान बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं: वसीम
वसीम ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘मैं आपको यह विश्वास दिलाता हूं कि जब तक पाकिस्तान बोर्ड में एहसान मनी (चेयरमैन) और मैं रहूंगा, तब तक बाबर भी कप्तान बने रहेंगे। हमने उन्हें कप्तान बनाया, क्योंकि वे हमारे बेस्ट बैट्समैन हैं। युवा और मानसिक तौर पर वे काफी मजबूत हैं। वे तीनों फॉर्मेट की कमान बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं।’’
यह समय बाबर के साथ आगे बढ़ने का है: वसीम
CEO ने कहा, ‘‘वह हमारा सबसे अच्छा सिलेक्शन है, क्योंकि वह बेहतर भविष्य है। वह हमारा सबसे अच्छा बल्लेबाज है और दिन ब दिन उनका खेल बेहतर हो रहा है। उनकी मजबूत मानसिक स्थिति का पता व्हाइट बॉल फॉर्मेट (सीमित ओवरों) के पहले ही मैच में पता चल गया था। जब अजहर अली शानदार खेल रहे थे, तब हमने उन्हें कमान सौंपी थी। अब बाबर के साथ आगे बढ़ने का समय है। वे टेस्ट में भी बेस्ट कैप्टन बनेंगे।’’
शादी का झांसा देकर 10 साल तक उनका यौन शोषण किया (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
पीड़ित हामीजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि बाबर ने शादी का झांसा देकर 10 साल तक उनका यौन शोषण किया। 2015 में प्रेग्नेंट हुई तो मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी। 2020 में उन्होंने मुझसे शादी करने से साफ मना कर दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को पाकिस्तानी न्यूज चैनल '24 न्यूज HD' ने दिखाया था।
बाबर तीनों फॉर्मेट के कप्तान
बाबर को हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का टेस्ट कप्तान बनाया गया था। वे पहले से ही वनडे और टी-20 टीम के कप्तान हैं। उन्होंने अब तक 29 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 45.44 की औसत से 2045 रन बनाए हैं। वहीं, 77 वनडे मैच में उन्होंने 55.94 की औसत से 3,580 रन बनाए। बाबर ने 44 टी-20 मैच में 50.94 की औसत से 1,681 रन बनाए हैं।
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 6.35 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 39 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 14 लाख 73 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। वियतनाम में करीब तीन महीने बाद लोकल ट्रांसमिशन यानी स्थानीय संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। पहली लहर में जिन देशों ने कोरोनावायरस पर काबू पाया था, उनमें वियतनाम भी अहम था।
वियतनाम में फिर संक्रमण फैलने का खतरा
कोरोनावायरस को सबसे बेहतरीन तरीके से काबू करने वाले देशों में वियतनाम की मिसाल दी जाती है। अब यहां संक्रमण की दूसरी लहर के संकेत मिल रहे हैं। देश की हेल्थ मिनिस्ट्री ने सोमवार रात कहा कि तीन महीने बाद लोकल ट्रांसमिशन का पहला मामला सामने आया है। माना जा रहा है कि यह मामला देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर हो चि मिन्ह का है। संक्रमित वियतनाम एयरलाइंस के एक फ्लाइट अटेंडेंट का रिश्तेदार है। अब यहां पहले की तरह सख्ती से ट्रैक एंड ट्रैस प्रोग्राम शुरू कर दिया गया है। क्वॉरैंटीन फेसेलिटीज को भी नए सिरे से अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- अस्थायी तौर पर कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। लॉकडाउन सिर्फ वहां लगाया गया है जहां यह पॉजिटिव व्यक्ति गया था। माना जा रहा है कि उसके संपर्क में 12 से ज्यादा लोग आए थे। इन सभी को क्वॉरैंटीन किया गया है। महामारी शुरू होने के बाद वियतनाम में अब तक कुल 1347 मामले सामने आए हैं। 35 लोगों की मौत हुई। देश की जनसंख्या करीब 95 लाख है।
चीन ने किम जोंग उन को वैक्सीन दिया
अमेरिका के एक एनालिस्ट ने दावा किया है कि चीन ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और उनके परिवार को वैक्सीन दिया है। अमेरिकी एनालिस्ट ने यह दावा जापान की दो इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर किया है। दावा ये भी किया जा रहा है कि नॉर्थ कोरिया में कई लोगों को वैक्सीन दिया गया है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। ये भी साफ नहीं है कि नॉर्थ कोरिया में चीन ने किस कंपनी का और कौन सा वैक्सीन भेजा है।
नॉर्थ कोरिया ने किसी नए संक्रमित की पुष्टि नहीं की है। लेकिन, साउथ कोरिया की खुफिया सूत्रों का कहना है कि नॉर्थ कोरिया में बड़े पैमाने पर संक्रमित हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि यहां के लोगों का चीन से संपर्क काफी ज्यादा है।
अमेरिकी लोगों को मिल सकती है राहत
अमेरिका में क्रिसमस के पहले वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है। हेल्थ सेक्रेटरी एलेक्स अजार ने सोमवार को कहा कि फाइजर कंपनी की वैक्सीन को जल्द मंजूरी मिल सकती है। इस बारे में हेल्थ डिपार्टमेंट और एफडीए के अफसरों के बीच बातचीत जारी है। एफडीए ही वैक्सीन को मंजूरी देगी। फिलहाल, कंपनी और हेल्थ अफसरों के बीच बातचीत चल रही है। फाइजर का दावा है कि उसकी वैक्सीन 94.1% इफेक्टिव है।
अमेरिका के हॉलीवुड में वैक्सीन ट्रायल के दौरान एक वॉलेंटियर को डोज देता हेल्थ स्टाफर। अमेरिकी हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा है कि क्रिसमस के पहले देश में वैक्सीन मुहैया कराई जा सकती है। सबसे पहले फाइजर कंपनी की वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। (फाइल)
फ्रांस में 4 हजार से ज्यादा केस
यूरोपीय देशों में संक्रमण का खतरा बरकरार है। फ्रांस में सोमवार को कुल 4,005 नए मामले सामने आए। इसी दौरान 406 संक्रमितों की मौत हो गई।
कोलंबिया बॉर्डर नहीं खोलेगा
कोलंबिया सरकार ने सोमवार को फिर साफ कर दिया कि देश में संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है। लिहाजा, सभी सीमाएं 16 जनवरी तक बंद रखी जाएंगी। सरकार ने एक बयान में कहा- हमने जो सख्त प्रतिबंध लगाए थे, उनके अच्छे नतीजे मिले हैं और हम नहीं चाहते कि यह मेहनत खराब हो। इसलिए, फिलहाल बॉर्डर खोलने का फैसला टाल दिया है। यह 16 जनवरी के पहले नहीं किया जाएगा।
जापान के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इन दिनों कोरोनावायरस से कहीं ज्यादा जंगली भालुओं के खौफ से परेशान हैं। यहां पिछले 6 महीनों के दौरान भालुओं के हमले की 13 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं, जो पांच सालों में सबसे ज्यादा है। सितंबर से अब तक 65 लोग हमले में जान गंवा चुके हैं।
भालू अब जंगल छाेड़कर शहर का रुख करते हुए फसलाें काे भी बर्बाद कर रहे हैं। परेशान किसानाें ने भालुओं से बचने का अनोखा तरीका ढूंढ़ निकाला है। अब वे भालुओं को भगाने के लिए रोबोटिक भेड़िए का इस्तेमाल कर रहे हैं। सेंसरयुक्त राेबाेटिक भेड़िया चलता-फिरता नहीं, लेकिन उसकी गुर्राहट, इसकी लाल चमकदार आंखें और खुले हुए जबड़े को देखकर जंगली जानवर भाग खड़े होते हैं।
ये रोबोटिक भेड़िया डेढ़ मीटर लंबा और 1 मीटर ऊंचा है। असली जानवर का लुक देने के लिए इस रोबोट के ऊपर जंगली जानवर जैसी खाल भी लगाई गई है। साथ ही यह अपना सिर 180 डिग्री के कोण पर घुमा सकता है। यह रोबोटिक भेड़िया सौर ऊर्जा से चलता है और तभी प्रतिक्रिया देता है, जब उसके सेंसर एरिया में कोई हलचल होती है।
इसके परीक्षण के दौरान वैज्ञानिकों ने इसकी पीठ पर कैमरा लगा दिया था। इसकी रिकॉर्डिंग में दिखा कि इसको देखकर भालू समेत कई खतरनाक जानवर दुम दबाकर भाग गए थे। इसके बावजूद कई भालू भटकते हुए शहर आ जाते हैं। 16 अक्टूबर को इशिकावा के शाॅपिंग माॅल में एक भालू घुस आया। 13 घंटाें तक लाेग दहशत में रहे। उसने एक व्यक्ति के कंधे और पैर चबाकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। पुलिस भी उस पर काबू नहीं पा सकी और आखिरकार उसे गाेली मार दी गई।
भालुओं की बढ़ती संख्या और खाने की कमी के कारण हमले बढ़ रहे
टाेक्याे यूनिवर्सिटी में पर्यावरण शिक्षा के प्राेफेसर केविन शाॅर्ट का कहना है कि जंगलों में भालुओं को खाना भी नहीं मिलेगा, ताे वे कैसे जी सकते हैं। एक और कारण है- इनकी बढ़ती संख्या। जापान में 15 से 20 हजार भालू हैं। इनका वजन 200 से 600 किग्रा है। पहले लाेग इनका शिकार करते थे। लेकिन 1915 के बाद से इनका शिकार नहीं हाे रहा है, इसलिए वे भी बेखाैफ हाे गए हैं और हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी कम्युनिकेशन यानी प्रेस टीम में सिर्फ महिलाओं को ही रखा है। ऐसा करने वाले वे पहले राष्ट्रपति हैं। कम्युनिकेशन की 7 सदस्यीय टीम का नेतृत्व केट बेडिंगफील्ड करेंगी। केट इसके पहले बाइडेन के चुनावी कैंपेन की डिप्टी कम्युनिकेशन डायरेक्टर रह चुकी हैं।
इसके अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रवक्ता रह चुकीं जेन साकी को प्रेस सेक्रेटरी बनाया गया है। वहीं, भारतवंशी नीरा टंडन को इकाेनाॅमी टीम में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। नीरा को बाइडेन की नीतियों पर अमल की देखरेख करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। वे सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस नाम के थिंक टैंक की प्रेसिडेंट और सीईओ हैं। बाइडेन ने कहा कि वो अपने प्रशासन को विविध बनाएंगे, जो देश की विविधता और उसकी संस्कृति को दर्शाएगा।
बाइडेन 20 जनवरी 2021 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। यह इसलिए भी खास है, क्योंकि इसमें भारतीयों को अहम जिम्मेदारी मिल रही है। कमला हैरिस के रूप में पहली बार भारतीय मूल की महिला दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति की उप-राष्ट्रपति बनने वाली हैं। उनके साथ नीरा टंडन भी होंगी। नीरा को 2012 में नेशनल जर्नल ने वाशिंगटन की 25 सबसे ताकतवर महिलाओं में शामिल किया था। वे ओबामा प्रशासन में सलाहकार रह चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक बाइडेन उन्हें डायरेक्टर ऑफ द व्हाइट हाउस बजट ऑफिस की जिम्मेदारी दे सकते हैं।
वहीं, सेसिला राउज का नाम काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर के प्रमुख के तौर पर सामने आ रहा है। नीरा इससे पहले ओबामा प्रशासन में स्वास्थ्य सलाहकार भी रह चुकी हैं। 2016 के अमेरिकी चुनाव के दौरान वे हिलेरी क्लिंटन की सलाहकार भी रह चुकी हैं। इधर, अर्थशास्त्री जारेड बेर्न्सटीन और हीदर बाउशे को इकोनॉमिक एडवाइजर बनाया गया है।
बाइडेन ने कहा- अभी और भी महिलाओं को प्रशासन में जगह दी जाएगी
बाइडेन की टीम में निर्वाचित उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की चीफ ऑफ स्टाफ रहीं कैरीन जीन पीयरे प्रिंसिपल डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी होंगी। वहीं, पाइली टोबर को डिप्टी कम्युनिकेशंस डायरेक्टर बनाया गया है। सोमवार को जो बाइडेन ने कहा कि प्रशासन में विविधता के लिए अभी और भी महिला डायरेक्टर्स को तैनात किया जाएगा, क्योंकि मुझे उन पर पूरा भरोसा है। मैं जानता हूं कि वे अपने काम को बखूबी अंजाम देकर अमेरिका को नई दिशा देंगीं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत से कभी उनके रूम मेट रह चुके एक्टर सिद्धार्थ गुप्ता को गहरा झटका लगा है। उन्होंने कई बार सोशल मीडिया पर इस बात का जिक्र किया है कि इस कमी की कभी भरपाई नहीं हो सकती है। हाल ही में एक इंटरव्यू में सिद्धार्थ ने कहा कि सुशांत का आखिरी मैसेज एक दोस्त के जरिए मिला था और इसी से उन्हें शक हो गया था कि सुशांत की जिंदगी में कुछ गड़बड़ है।
सिद्धार्थ ने पिंक विला को दिए इंटरव्यू में कहा कि सुशांत ने हमारे कॉमन फ्रैंड कुशाल जावेरी से कहा था कि वो आध्यात्मिकता पर काम कर रहा है और जल्दी ही हम लोगों के साथ मिलेगा। उसने कुशाल कहा था कि वो बीते हुए दिनों को मिस करता है, जो हमने साथ बिताए थे। उसने सिद्धार्थ के लिए प्यार भी भेजा था।
जल्द से जल्द सुशांत से मिलना चाहता था- सिद्धार्थ
सिद्धार्थ ने बताया- सुशांत की मौत का मुझे बहुत दुख था। ये हम सबके लिए एक बहुत बड़ा नुकसान था। वो जो भी करता था, मैं उसे फॉलो करता था। लेकिन, वो जिंदगी में काफी आगे बढ़ चुका था और दूसरे लोगों के साथ रह रहा था। जब मुझे उसकी मौत की खबर मिली तो मुझे कुशाल से हुई बातचीत याद आ गई। मुझे लगा था कि सुशांत की जिंदगी में कुछ गड़बड़ है, क्योंकि वो वहां (मुंबई) में पूरी तरह वो नहीं था, जो वो था।
सिद्धार्थ जानना चाहते थे क्या हुआ
इसके बाद कुशाल ने सिद्धार्थ को मैसेज किया था कि जल्द ही मिलते हैं और वो करते हैं, जो हम करते थे। सिद्धार्थ ने कहा कि मैं सुशांत की जिंदगी में दखलंदाजी नहीं करना चाहता था, लेकिन मैं जल्द से जल्द मिलना चाहता था उससे ताकि ये जान सकूं कि क्या हुआ है। मुझे कुछ आशंका थी। हालांकि, मेरे पास उसका नंबर नहीं था। कुशाल के पास नंबर था। हमने कभी भी कुछ गड़बड़ होने के बारे में नहीं सोचा था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला बुधवार को कैनबरा में खेला जाएगा। मनुका ओवल मैदान पर जब भारत मैदान पर उतरेगा, तब उसके सामने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी पहली जीत दर्ज करने की चुनौती होगी। इसके साथ ही टीम विदेशी जमीन पर लगातार दूसरे क्लीन स्वीप से बचना चाहेगी। इससे पहले जनवरी-फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे पर भारत को कीवी टीम ने 3-0 से हराया था।
कैनबरा के मैदान की बात करें, तो ऑस्ट्रेलिया ने यहां खेले अपने चारों मुकाबले जीते हैं। वहीं, भारत ने इस मैदान पर अब तक कुल 2 मुकाबले खेले हैं और दोनों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। इस सीरीज में भारतीय बॉलर्स स्ट्रगल करते नजर आए हैं। ऐसे में अगर भारत को जीत दर्ज करनी है, तो बॉलर्स को लय में आना होगा।
सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का बोलबाला
सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पूरी तरह से भारतीय बॉलर्स पर हावी रहे हैं। स्टीव स्मिथ ने पिछले दोनों वनडे में शतक जड़ा। वहीं, कप्तान एरॉन फिंच ने पहले वनडे में शतक और दूसरे मुकाबले में फिफ्टी लगाई। चोट की वजह से सीरीज से बाहर होने वाले डेविड वॉर्नर ने भी दोनों मुकाबलों में फिफ्टी लगाई। स्मिथ-फिंच के अलावा मार्नस लाबुशाने और ग्लेन मैक्सवेल भी अच्छी फॉर्म में हैं।
भारतीय बल्लेबाजों की बात करें, तो उन्हें शुरुआत तो मिली, लेकिन वे उसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। शिखर धवन और हार्दिक पंड्या ने पहले वनडे में फिफ्टी लगाई, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। इसके बाद दूसरे वनडे में कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान लोकेश राहुल ने फिफ्टी लगाई, लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना सके। ऐसे में तीसरे वनडे में भारतीय बल्लेबाजों को बड़ा स्कोर बनाकर टीम को जीत दिलानी होगी।
भारतीय गेंदबाज लय में नहीं दिखे
टीम की गेंदबाजी भारत की हार का सबसे बड़ी वजह रही है। भारतीय बॉलर्स शुरुआती ओवर में विकेट नहीं ले पा रहे हैं। यही नहीं, भारतीय बॉलर्स को जमकर रन पड़ रहे हैं। मोहम्मद शमी-जसप्रीत बुमराह जैसे दिग्गज गेंदबाज भी रन रोकने में नाकाम साबित हुए हैं। ऐसे में अगर टीम को जीतना है, तो बॉलर्स को जिम्मेदारी लेनी होगी और कंगारू टीम के विकेट निकालने होंगे।
वॉर्नर-कमिंस की गैर-मौजूदगी भारत के लिए मौका
चोट की वजह से वॉर्नर टीम का हिस्सा नहीं हैं। वहीं, पैट कमिंस को टेस्ट सीरीज की तैयारी के मद्देनजर आराम दिया गया है। ऐसे में इन दोनों दिग्गजों के न होने से भारत के पास अच्छा मौका होगा। भारतीय बॉलर्स पिछले 5 मुकाबले से पावर-प्ले के दौरान चले आ रहे विकेटों के सूखे को दूर कर सकते हैं और भारतीय बल्लेबाज कमिंस की गैर-मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया पर अटैक कर सकते हैं।
कोहली के पास एक और रिकॉर्ड बनाने का मौका
भले ही भारत यह सीरीज हार चुका है, लेकिन तीसरे वनडे में कोहली के पास एक और रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका होगा। कोहली अगर इस मैच शतक जड़ने में कामयाब हो जाते हैं, तो वे बतौर कप्तान सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। अभी कोहली और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के नाम 41-41 शतक दर्ज हैं।
ऑस्ट्रेलिया से 7वीं सीरीज हारा भारत
शुरुआती दोनों मुकाबले जीतकर ऑस्ट्रेलिया पहले ही सीरीज अपने नाम कर चुका है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस सीरीज को मिलाकर कुल 13 वनडे सीरीज खेली गईं हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया ने 7 और भारत ने 6 सीरीज अपने नाम कीं हैं। ऑस्ट्रेलिया ने घर में भारत के खिलाफ 3 द्विपक्षीय वनडे सीरीज खेलीं, जिसमें दो जीती और एक हारी है।
मौसम और पिच रिपोर्ट
कैनबरा में सामान्य रूप से आसमान साफ रहेगा। बीच-बीच में बादल छा सकते हैं। अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। यहां खेले गए पिछले 9 वनडे मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम का सक्सेस रेट 77.77% है।
हेड-टू-हेड
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक 142 वनडे खेले गए। इसमें टीम इंडिया ने 52 मैच जीते और 80 हारे हैं, जबकि 10 मुकाबले बेनतीजा रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के घर में भारतीय टीम ने 53 वनडे खेले, जिसमें से 13 जीते और 38 मैच हारे हैं। 2 वनडे बेनतीजा रहे।
भारत ने पिछली सीरीज में 2-1 से ऑस्ट्रेलिया को हराया था
पिछली बार भारतीय टीम ने जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3 वनडे की सीरीज खेली थी। पहला वनडे हारने के बाद टीम इंडिया ने यह सीरीज 2-1 से जीती थी। तब भी भारतीय टीम की कमान विराट कोहली के हाथ में ही थी। ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी भी एरॉन फिंच के ही पास थी।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के नए अध्यक्ष जॉन बार्कले ने कहा कि ICC क्रिकेट के पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज होते देखना चाहता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं आपको इस बात की गारंटी नहीं दे सकता कि ऐसा वास्तव में होगा।
ICC हर संभव सपोर्ट के लिए तैयार
उन्होंने कहा कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेटिंग संबंध पहले की तरह ही बहाल होते हैं, तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता। मैं यह भी जनता हूं कि उनके बीच कई सारे जियो-पॉलिटिकल इश्यू हैं, जो हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों की हर संभव सपोर्ट करने के लिए तैयार हैं, जिससे उनके बीच फिर से द्विपक्षीय सीरीज शुरू हो सके और दोनों देश एक दूसरे के यहां क्रिकेट खेल सकें।
पिछले 13 साल में एक भी टेस्ट नहीं खेले
भारत-पाकिस्तान की घरेलू सीरीज हमेशा से दोनों देशों के राजनीतिक रिश्तों पर निर्भर करती है। दोनों देशों ने पिछले 13 साल से एक भी टेस्ट सीरीज नहीं खेली है। आखिरी बार दोनों के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज 2007 में खेली गई थी, जहां पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया था। वहीं, भारत ने 14 साल पहले पाकिस्तान का दौरा किया था। दोनों देशों के बीच 2012 में छोटी वनडे और टी-20 सीरीज भारत में 2012 में खेली गई थी।
वर्ल्ड क्रिकेट में भारत के योगदान अहम
बार्कले ने कहा कि आईसीसी को वर्ल्ड क्रिकेट में भारत के योगदान को कम नहीं आंकना चाहिए। 130 करोड़ लोगों और कंपनियों का एक देश वर्ल्ड क्रिकेट को जो वित्तीय सहायता प्रदान करता है, वह अविश्वसनीय है। ऐसा माना जाता है कि भारत में स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनियां और स्थानीय कॉरपोरेट प्रायोजन के माध्यम से आईसीसी को वित्तीय रूप से 70% से अधिक का योगदान देते हैं।
बिग थ्री कॉन्सेप्ट के खिलाफ बार्कले
बार्कले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं बिग थ्री कॉन्सेप्ट को नहीं मानता। मुझे पता है कि 2014 में यह व्यवस्था की गई थी, जिस पर आप विचार कर सकते हैं। कुछ मामलों में 3 देशों के पास अधिक पावर हैं। 2016 में उन्होंने इंग्लैंड को बड़े स्तर पर बदल दिया।
आईसीसी के 'बिग थ्री' के तहत अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले 3 बड़े क्रिकेट बोर्ड को रखा गया था, जिसमें भारत, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया जैसे बड़े देश शामिल थे। इस 'बिग थ्री' फॉमूर्ले की तहत इन तीनों बोर्ड को आईसीसी की कमाई की हिस्सा मिलता था। हालांकि, 2015 में इस फॉर्मूले को आईसीसी के चेयरमैन के रूप में श्रीनिवासन की जगह लेने वाले भारत के शशांक मनोहर ने खत्म कर दिया था।
2020 में इंटरनेशनल रग्बी लीग के अध्यक्ष नियुक्त किए गए
बार्कले पहली बार 2012 में ICC से जुड़े थे। उन्हें न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) का डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। 2016 में उन्हें NZC का चेयरमैन बनाया गया था। इसके बाद 2020 में वे इंटरनेशनल रग्बी लीग का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था। हालांकि ICC अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब उन्हें इंटरनेशनल रग्बी लीग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना होगा।
ऐसा कई बार होता है कि फिल्में महीनों की कड़ी मशक्कत के बावजूद बंद डिब्बे में रख दी जाती हैं। कभी बजट की वजह से या फिर किसी और कारण से, लेकिन क्या ऐसा महानायक अमिताभ बच्चन के साथ भी हुआ है? बिग बी ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि उनके साथ भी ऐसा हो चुका है।
हालांकि पोस्ट में अमिताभ ने इस फिल्म का नाम तो नहीं बताया लेकिन उनके फॉलोअर्स ने कई नाम कमेंट कर दिए। जिनमें अकेला और रुद्र का नाम भी शामिल है।
खुद बिग को भी है मलाल
अमिताभ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर शेयर कर लिखा- ये फिल्म कभी बन नहीं पाई। नाम तय हो गया, स्टाइल में फोटो शूट हुआ.. पर ये फिल्म कभी बन नहीं पाई। अमिताभ ने इस फिल्म का नाम तो नहीं बताया, पर उन्होंने इस बात पर दुख जाहिर किया है कि ये फिल्म पूरी नहीं हुई।
जो पोस्टर अमिताभ ने शेयर किया है। उसमें वो ग्रे जैकेट और ब्लैक पैंट में नजर आ रहे हैं और उनके पास एक गन भी है। अमिताभ फोटो में काफी यंग दिखाई दे रहे हैं। अमिताभ के इस खुलासे पर फैंस ने दुख जाहिर किया और अलग-अलग तरह से रिएक्ट किया है।
फैन ने दिया दिलासा, इसके अच्छे पहलू को देखें
एक फैन ने लिखा- हर चीज किसी वजह से होती है। इसके पीछे भी एक अच्छी वजह होगी। इसके अच्छे पहलू पर फोकस करना चाहिए। एक और फैन ने रिएक्ट किया- लीजेंड। बिग बी अक्सर अपनी थ्रो बैक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं। इससे पहले उन्होंने अपनी एक फोटो शेयर की थी, जिसमें वो स्वीमिंग पूल के पास बैठे दिख रहे हैं। इस फोटो को उन्होंने लिखा कि मैं आमंत्रित करता हूं कि आएं और कमेंट करें। मुझे सुकून मिलेगा।
बोलैंड पार्क स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले में इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को 4 विकेट से हरा दिया। इसी के इंग्लैंड ने 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। डेविड मलान ने सबसे ज्यादा 55 रन की पारी खेली। सीरीज आखिरी टी-20 मैच एक दिसंबर को केप टाउन में खेला जाएगा।
अफ्रीका ने दिया 146 रन का टारगेट
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। अफ्रीका के बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं कर सके और टीम लगातार विकेट खोती रही। टीम के लिए कप्तान क्विंटन डिकॉक ने सबसे ज्यादा 30 रन बनाए। जॉर्ज लिंडे ने 29, रासी वान डर डुसैन ने 25 रनों की पारी खेली।
19.5 ओवर में जीता इंग्लैंड
इंग्लैंड ने एक गेंद पहले छह विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। आसान से लक्ष्य की पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने जेसन रॉय (14) का विकेट जल्दी खो दिया। इसके बाद जोस बटलर (22) भी पवेलियन लौट लिए। जॉनी बेयरस्टो तीन रन ही बना सके।
मलान बने मैन ऑफ द मैच
मलान को फिर बेन स्टोक्स (16) और कप्तान इयोन मॉर्गन का साथ मिला। 134 के कुल स्कोर पर लुंगी एनगिदी ने मलान (55) को आउट कर दिया। सैम करन (1) भी आउट हो गए। कप्तान मॉर्गन ने 26 रनों पर नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिलाई। उनके साथ क्रिस जॉर्डन एक रन बनाकर नाबाद रहे।
अमेरिका में प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन व्हाइट हाउस में ऑल फीमेल सीनियर कम्युनिकेशन टीम तैनात करेंगे। इस टीम की अगुवाई केट बेडिंगफील्ड करेंगी। वे व्हाइट हाउस की कम्युनिकेशन्स डायरेक्टर होंगी। बाइडेन ने लंबे समय से डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रवक्ता जेन साकी को अपना प्रेस सेक्रेटरी बनाने का फैसला किया है। वहीं, भारतवंशी नीरा टंडेन को भी प्रशासन में अहम जिम्मेदारी दी गई है।
बाइडेन ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा- अमेरिका के लोगों से सीधे और सही संवाद रखना राष्ट्रपति की जिम्मेदारी है। इस टीम पर व्हाइट हाउस को अमेरिकन लोगों से जोड़ने की जिम्मेदारी है। मुझे भरोसा है यह इस पर खरी उतरेगी। टीम की योग्य और अनुभवी कम्युनिकेटर अलग-अलग पहलुओं पर काम करेंगी। सभी अमेरिका को फिर से बेहतर बनाने के मिशन में जुटेंगी।
भारतवंशी नीरा करेंगी नीतियों की निगरानी
तैनाती से जुड़े एक करीबी सूत्र ने बताया कि भारतवंशी नीरा टंडेन को बाइडेन की नीतियों पर अमल की देखरेख करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। वे सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस नाम के थिंक टैंक की प्रेसिडेंट और CEO हैं।
तीनों महिलाएं ओबामा प्रशासन में तैनात रही हैं
व्हाइट हाउस में तैनात की जाने वाली तीनों सीनियर महिला अधिकारी ओबामा प्रशासन में भी काम कर चुकी हैं। बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहते समय बेडिंगफील्ड उनकी कम्युनिकेशन डायरेक्टर और प्रवक्ता थीं। साकी व्हाइट हाउस के स्टेट डिपार्टमेंट में कम्युनिकेशन डायरेक्टर और प्रवक्ता थीं। टंडन ने तत्कालीन हैल्थ एंड ह्यूमन सेक्रेटरी कैथलीन सेबेलियस की सीनियर एडवाइजर के तौर पर काम कर चुकी हैं।
और भी महिलाओं को मिलेगी प्रशासन में जगह
बाइडेन के ऑफिस ने बताया कि उन्हें सोमवार को पहली प्रेसिडेंशियल इंटेलीजेंस ब्रीफिंग की जाएगी। वे मैनेजमेंट और बजट ऑफिस के लिए भी महिला डायरेक्टर्स को तैनात कर सकते हैं।
टीम में शामिल दूसरी महिलाओं की बात करें, तो वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट की चीफ ऑफ स्टाफ रहीं कैरीन जीन पीयरे बाइडेन की प्रिंसिपल डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी होंगी। वहीं, पाइली टोबर को वहाइट हाउस की डिप्टी कम्युनिकेशंस डायरेक्टर बनाया जाएगा। इनके साथ ही सेशिलिया राउस को काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, वाली एडेयेमो को ट्रेजरी डिपार्टमेंट का डिप्टी बनाया जा सकता है। अर्थशास्त्री जारेड बेर्न्सटीन और हीदर बाउशे को इकोनॉमिक एडवाइजर बनाया जा सकता है। इधर, न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि बाइडेन ने ब्राइयन डीस को व्हाइट हाउस नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल का प्रमुख बनाने का फैसला किया है।
हाल ही में करन जौहर के प्रोडक्शन में बनी फेबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स की नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई। इसी के साथ करण ने सोशल मीडिया पर अपने उसी अंदाज में वापसी की है जिसमें वे ट्रोल्स को जवाब भी देते रहे हैं। सीरीज में होस्ट के रूप में नजर आए करन को एक ट्रोलर के सवाल का सामना करना पड़ा लेकिन उसे उन्होंने करारा जवाब दिया।
यूजर ने करन से कहा- मुझे लगता है कि हम सभी इस बात से सहमत हो सकते हैं कि बॉलीवुड वाइव्स में सबसे शानदार और पसंदीदा वाइफ करन जौहर हैं।
करन ने की ह्यूमर की तारीफ
हालांकि करन ने ट्रोलर की इस बात का बुरा नहीं माना, लेकिन उन्होंने जवाब इस अंदाज में दिया कि उसकी बोलती बंद हो गई। करन ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- अच्छा, इसने सच में मुझे बहुत हंसाया। एक ट्रोल जिसमें सेंस ऑफ ह्यूमर है वह काफी रिफ्रेशिंग है। करन का यह रूप काफी समय बाद सामने आया है, खास तौर पर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद हुई ट्रोलिंग के बाद।
पिछले दिनों रिलीज हुई सीरीज
फेबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स के ट्रेलर में दिखाया गया है कि इसमें सीमा, महीप कपूर, भावना, नीलम कोठारी पिछले 25 सालों से दोस्त हैं। इस ट्रेलर में शाहरुख और गौरी खान भी कैमियो करते दिखे थे। इसे धर्मा प्रोडक्शन की डिजिटल कंटेंट प्रोडक्शन विंग धर्मेटिक एंटरटेन्मेंट ने बनाया है। जो 27 नवंबर को रिलीज हुई है।